20 मार्च को चार संक्रमितों के साथ शुरू हुआ कोरोना मरीजों के मिलने का सिलसिला अब पाँच हजार के करीब पहुँच गया है। शनिवार को जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 4934 तक पहुँच गई, रविवार को इसके पाँच हजार के पार होने की पूरी संभावना है।

नए मरीजों की बढ़ती तादाद के साथ ही अब मौतों का आँकड़ा भी 100 के करीब पहुँच गया है। सितंबर माह के पहले पाँच दिनों में रोज 3 की औसत से 15 मौतें होना संक्रमण की गंभीरता को बताने के लिए काफी है। कोरोना का संक्रमण जिस तेजी से बढ़ रहा है उसे देखते हुए यही कहा जा सकता है कि लोगों ने इसके प्रति गंभीरता छोड़ दी है। शनिवार को रिकाॅर्ड 196 नए मरीज मिले हैं, यह संख्या अब तक की सर्वाधिक है।
अप्रैल-मई में जब 50 के करीब नए संक्रमित वो भी ज्यादातर एक ही क्षेत्र में मिलते थे तो इसे लेकर लोगों में भय था, लेकिन अब यह आँकड़ा 200 तक पहुँच रहा है वहीं डर और सतर्कता कम होती जा रही है। आने वाले दिनों में संक्रमितों की संख्या में और बढ़ोत्तरी होगी। इससे बचाव के लिए मॉस्क और सेनिटाइजर के लगातार उपयोग के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग ही उपाय हैं, लेकिन जिस तरह से सब गतिविधियाँ शुरू हो रही हैं लोगों ने इसके प्रति गंभीरता वाला नजरिया बदल दिया है।
मौतों का आँकड़ा भी 96 तक पहुँच गया है, सितंबर के पहले पाँच दिनों में 15 मौतें हुई हैं, मेडिकल व निजी अस्पतालों में अभी भी 70 कोरोना पीड़ित गंभीर स्थिति में ऑक्सीजन सपोर्ट पर इलाजरत हैं। चिकित्सकों के अनुसार इनमें कई की हालत गंभीर बनी हुई है। इसके पहले 3 सितंबर को जिले में 170 सर्वाधिक संक्रमित एक दिन में मिले थे। 20 अगस्त के बाद से रोज ही यह आँकड़ा 100 से अधिक रहा है।
रविवार को यदि संक्रमित मामले 5 हजार की संख्या पार करते हैं, सबसे कम 7 दिन में 1000 मरीज मिलने का भी रिकाॅर्ड बनेगा, अभी तक यह संख्या 9 दिन की है।
हकीकत में चार से पाँच अस्पताल ही कोविड मरीजों का इलाज कर रहे हैं, उन्होंने भी पैकेज रेट के विरोध व अन्य परेशानियों का हवाला देकर बीते दिन से नए मरीजों को न लेने की बात कही थी। शहर के 11 निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों की इलाज सुविधा है। हालाँकि इनमें से अधिकांश अपने संक्रमित स्टाफ को ही भर्ती किए हैं और प्रशासन को मरीज होने की जानकारी दे रहे हैं।