राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण व्रतों से एक करवा चौथ व्रत की तैयारियां जोरों-शोरों पर हैं। आमतौर पर यह व्रत विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। लेकिन जो महिलाएं पहली बार यह व्रत करने जा रही हैं, उनके लिए भी कुछ विशेष नियम है पहली बार व्रत रखने वाली स्त्रियों को किन चीज़ों का ध्यान रखना चाहिए, इस दिन राशि अनुसार किस रंग के कपड़े पहनने चाहिए,
करवा चौथ की दिन, तिथि और शुभ मुहूर्त पर।
करवा चौथ 2022: तिथि और शुभ मुहूर्त
हिन्दू पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी यानी कि चौथे दिन करवा चौथ व्रत रखा जाता है। इस वर्ष यह तिथि 13 अक्टूबर, 2022 को पड़ रही है।
दिन: गुरुवार/बृहस्पतिवार
हिंदी महीना: कार्तिक
पक्ष: कृष्ण पक्ष
तिथि: चतुर्थी
करवा चौथ पूजा मुहूर्त: 13 अक्टूबर, 2022 की शाम 05 बजकर 54 मिनट से 07 बजकर 03 मिनट तक
चंद्रोदय: 13 अक्टूबर, 2022 की शाम 08 बजकर 10 मिनट पर
डा पंडित गणेश शर्मा स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य ने बताया कि जो महिलाएं पहली बार करवा चौथ का व्रत करने जा रही हैं, उन्हें किन-किन चीज़ों का ध्यान रखना चाहिए।
पहली बार करवा चौथ व्रत करने के नियम।।।।।।।।।।।।।,।।।।।। डा पंडित गणेश शर्मा स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य बताया की
सोलह श्रृंगार- करवा चौथ का व्रत पति की लंबी उम्र की कामना के लिए किया जाता है। ऐसे में करवा चौथ के दिन सोलह श्रृंगार अवश्य करें, जैसे कि हाथों में मेहंदी लगाएं और पूरा श्रृंगार करें। मान्यता है कि ऐसा करने से चौथ माता प्रसन्न होकर अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं।
लाल रंग के कपड़े- करवा चौथ के दिन लाल रंग के कपड़े पहनना बेहद शुभ माना जाता है। जो महिलाएं पहली बार यह व्रत करने जा रही हैं, उन्हें शादी का जोड़ा पहनना चाहिए। हालांकि लाल रंग की कोई अन्य ड्रेस भी पहनी जा सकती है। लेकिन भूल कर भी काले, भूरे या सफ़ेद रंग के कपड़े न पहनें।
जो महिलाएं पहली बार करवा चौथ का व्रत करती हैं, उनके मायके से बाया भेजा जाता है। जिसमें कपड़े, मिठाइयां एवं फल आदि होते हैं। शाम की पूजा से पहले बाया हर हाल में पहुँच जाना चाहिए।
व्रत पारण- पूजा, चंद्र दर्शन और अर्घ्य देने के बाद प्रसाद खाएं और अपने पति के हाथों से पानी पानी पीकर व्रत का पारण करें। रात में सिर्फ़ सात्विक भोजन ही करें। प्याज़, लहसुन जैसे तामसिक भोजन के सेवन से परहेज करें।
करवा चौथ के दिन राशि अनुसार पहनें इस रंग के कपड़े।,।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाओं को सोलह श्रृंगार में चंद्र देव की पूजा करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक प्रत्येक राशि किसी न किसी ग्रह के अधीन होती है। ऐसे में यदि आप राशि अनुसार कपड़ों का चयन करते हैं तो आपको ज़्यादा अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी
मेष राशि- करवा चौथ के दिन मेष राशि की विवाहित महिलाएं लाल या नारंगी रंग की साड़ी/लहंगा पहन सकती हैं क्योंकि मेष राशि के स्वामी मंगल हैं।
वृषभ राशि- वृषभ राशि के स्वामी बुध हैं, जिन्हें हरा रंग बेहद पसंद होता है। ऐसे में आप हरे रंग के कपड़े पहन सकती हैं।
मिथुन राशि- चूंकि मिथुन राशि के स्वामी भी बुध हैं, इसलिए आप हरे रंग के कपड़े पहन सकती हैं और साथ में हरे रंग की चूड़ियाँ भी।
कर्क राशि- कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं, जिन्हें सफ़ेद रंग के लिए जाना जाता है। लेकिन शुभ अवसरों पर सुहागिन महिलाओं का सफ़ेद रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है, इसलिए आप कोई ऐसा कपड़ा पहनें जिसमें थोड़ा बहुत सफ़ेद रंग शामिल हो।
सिंह राशि- ग्रहों के राजा सूर्य सिंह राशि के स्वामी हैं। ऐसे में इस राशि की महिलाएं लाल, नारंगी या गोल्डेन रंग के कपड़े पहन सकती हैं।
कन्या राशि- बुध कन्या राशि के भी स्वामी हैं। ऐसे में आप पीले या हरे रंग के कपड़ों के साथ पीले या हरे रंग की चूड़ियाँ चुन सकती हैं।
तुला राशि- तुला राशि पर शुक्र ग्रह का शासन है, इसलिए आप गोल्डेन रंग के कपड़े पहन सकती हैं।
वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि का स्वामित्व मंगल को प्राप्त है। ऐसे में इस राशि की महिलाएं लाल रंग के कपड़े पहन सकती हैं।
धनु राशि- धनु राशि बृहस्पति ग्रह के अधीन है, इसलिए आप पीले या गोल्डेन रंग के कपड़े पहन सकती हैं।
मकर राशि- मकर राशि के स्वामी शनि देव हैं, जिनके लिए नीले रंग को शुभ माना जाता है। ऐसे में आप करवा चौथ के दिन नीले रंग की साड़ी या लहंगा पहन सकती हैं।
कुंभ राशि- कुंभ राशि के भी स्वामी शनि देव हैं, इसलिए आपको नीले रंग रंग के वस्त्र धारण करने की सलाह दी जाती है।
मीन राशि- ज्योतिष के अनुसार, बृहस्पति ग्रह को मीन राशि का स्वामित्व प्राप्त है। ऐसे में करवा चौथ के दिन आप पीले या गोल्डेन रंग के कपड़े पहनें तो ज़्यादा शुभ फल प्राप्त होता है।
डा पंडित गणेश शर्मा स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य