राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | कोरोना महामारी के चलते कई महीनों तक रेल सेवाएं बंद रहने से अरबों का नुकसान हुआ है। इसकी भरपाई करने के लिए विभिन्न वर्गों के किराए में रियायत देने वाला रेलवे ने कई कदम उठाए हैं। वहीं रेल टिकिट में पत्रकारों को भी पचास प्रतिशत की रियायत दी जाती थी। लेकिन कोरोना काल के बाद पत्रकारों को दी जाने वाली रियायत को बंद कर दिया गया है। जिसे पुनः प्रारंभ करने के लिए जिले भर के पत्रकारों ने मुरैना स्टेशन पर एक घण्टे धरना देकर स्टेशन प्रबंधक एससी वर्मा को रेल मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। धरने पर बैठे पत्रकारों ने कहा कि, देश में कोरोना लगभग समाप्त होने के साथ रेल मंत्रालय ने पूरे देश में रेलो का संचालन शुरू कर दिया है। लेकिन जनहित में कार्य करने वाले पत्रकारों को रेल टिकट में दी जाने वाली पचास प्रतिशत की रियायत को चालू न करने के कारण पत्रकारों को कबरेज के दौरान पूरा किराया देना पड़ता है। जिसके चलते जिले भर के पत्रकारों ने रेल मंत्री से पत्रकारों के टिकिट में पचास प्रतिशत रियायत को पुनः चालू करने की मांग की है।





