राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । उत्तराखंड के जोशीमठ में पिछले दिनों हुई बर्फबारी ने प्रशासन और लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। अब तक कुल 863 घरों में दरारें मिली हैं। जबकि 181 घरों को असुरक्षित घोषित किया गया है। उत्तराखंड सरकार ने अब तक 242 परिवारों को 3.62 करोड़ की राहत राशि बांट दी है।
राज्य के आपदा प्रबंधन सचिव डॉ. राजीव सिन्हा ने राज्य सरकार के राहत बचाव और पुनर्वास के बारे में बताया कि जोशीमठ में 2,919 लोगों की क्षमता वाले 650 कमरे और पीपलकोटी में 2,205 लोगों की क्षमता वाले 491 कमरे हैं। इन दोनों जगह लोगों को रखा गया है।
अब तक जोशीमठ से 274 परिवारों को अस्थायी तौर पर विस्थापित किया गया है। यानी विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 921 हो गई है।
जिला प्रशासन ने जोशीमठ में अब तक 863 इमारतों की पहचान की है, जिनमें धसाव के कारण आई दरारें आई हैं। इसमें से 181 भवनों को अनसेफ जोन में रखा है। वहीं चार दिन पहले हुई बर्फबारी के बाद से इन घरों में पड़ी दरारें और चौड़ी हो गई हैं। हालांकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए यहां SDRF की टीमें तैनात की गई हैं।
जोशीमठ में कम हुआ पानी का रिसाव
आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डॉ. राजीव सिन्हा ने कहा- “जोशीमठ में पानी का शुरुआती डिस्चार्ज 6 जनवरी को 540 लीटर प्रति मिनट था। अब ये घटकर 136 लीटर प्रति मिनट हो गया है।” गौरतलब है कि तीन दिन पहले जेपी कॉलोनी के पास भूमिगत चैनल से निकल रहे पानी की मात्रा बढ़कर 150 लीटर प्रति मिनट हो गई थी।