राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । भारत-इंग्लैंड टेस्ट शुरू होने से पहले इंग्लैंड टीम की खूब चर्चा थी। अंग्रेजों ने न्यूजीलैंड को 3-0 से क्लीन स्वीप किया था। नए कप्तान बेन स्टोक्स और नए कोच ब्रैंडन मैकुलम की तारीफ हो रही थी कि उन्होंने इंग्लैंड की टीम को खूंखार और आक्रामक बना दिया। स्टोक्स ने मैच से पहले टीम इंडिया के लिए कहा- हम हर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ उसी तरह खेलेंगे जैसे न्यूजीलैंड से खेले थे।
बर्मिंघम टेस्ट के पहले कुछ घंटे तो लगा कि वाकई इंग्लैंड की टीम अब बेरहम हो गई है। क्या शानदार बॉलिंग, क्या तगड़ा एटिट्यूड। 28 ओवर भी नहीं हुए और भारत की आधी टीम पवेलियन में। स्कोर 98/5…लगा कहीं 125-150 जाते-जाते ऑलआउट न हो जाए।
तभी किसी संकटमोचक की तरह एंट्री हुई ऋषभ पंत की। उन्होंने अगले करीब 3 घंटे बल्ले के साथ ऐसा विकराल रूप दिखलाया कि हवा में उड़ रहे अंग्रेज जमीन पर धड़ाम हो गए। कप्तान बेन स्टोक्स बार-बार ऐसे मुंह छुपा रहे थे मानो कह रहे हों त्राहिमाम…त्राहिमाम…।
पंत ने इस पारी में महेंद्र सिंह धोनी का 17 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। उन्होंने भारतीय विकेटकीपर के तौर पर टेस्ट क्रिकेट में अब तक की सबसे तेज सेंचुरी लगाई
पंत ने किया भी कुछ ऐसा ही था। 51 गेंद पर हाफ सेंचुरी पूरी की। 89 गेंदों पर शतक पूरा कर लिया। इंग्लैंड की जमीन पर दूसरा शतक। जब आउट हुए तब उनके नाम 111 गेंद पर 146 रन थे। 19 चौके और 4 छक्के। जेम्स एंडरसन जैसे गेंदबाज ने 19 ओवर में 52 रन खर्च कर डाले। पंत ने उनकी गेंद पर फिर से रिवर्स स्पीप शॉट खेला। 600 से ज्यादा विकेट लेने वाले किसी गेंदबाज पर अगर रिवर्स स्वीप जमाया जाए तो यह उसके लिए किसी तमाचे से कम नहीं है।
विराट कोहली को आउट करने वाले इंग्लैंड के नए स्टार फास्ट बॉलर मैथ्यू पॉट्स की तो और भी ज्यादा पिटाई लगी। उन्होंने 17 ओवर में 85 रन खर्च कर डाले।
सबसे बुरा हाल लेफ्ट आर्म स्पिनर जैक लीच का हुआ। उन्होंने 9 ओवर में 71 रन दिए। पंत उनकी गेंदों पर मनमर्जी से चौके-छक्के जमा रहे थे। लीच ने अपने पिछले टेस्ट में 11 विकेट लिए थे और मैन ऑफ द मैच बने थे, लेकिन पंत के सामने वे किसी क्लब लेवल के गेंदबाज से भी गए-गुजरे से लगे।
ऐसे इंटरनेशनल लेवल की कुटाई हो जाए वह भी अपने दर्शकों के सामने तो फ्रस्ट्रेट होना तो बनता है। अंग्रेज भी हुए। उनका होश किस कदर गुम रहा ये इसी बात से जान लीजिए कि महज 73 ओवर के खेल में उन्होंने 12 नो-बॉल फेंक डाले। 9 रन तो ओवर थ्रो में लुटाए। कुल 32 एक्सट्रा लुटा चुके हैं अब तक।
पिच बल्लेबाजों के अनुकूल है और इंग्लैंड की टीम यहां से भी जोरदार वापसी कर सकती है। मुमकिन है कि उसके भी कुछ बल्लेबाज तेज और जोरदार पारियां खेलें, लेकिन मैच के पहले दिन एक 5 फुट, 5 इंच के उत्तराखंडी नौजवान ने उनकी जिस तरह हवा निकाली वे कभी नहीं भूल पाएंगे। चलिए अब इस मैच में पंत के बनाए कुछ रिकॉर्ड भी जान लेते हैं।
गुरु धोनी को पीछे छोड़ा
पंत ने इस पारी के दौरान महेंद्र सिंह धोनी का 17 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। 89 गेंद में उनकी सेंचुरी किसी भी भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज की टेस्ट क्रिकेट में अब तक की सबसे तेज सेंचुरी है। धोनी ने 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ 93 गेंदों पर शतक जमाया था। पंत अगर 85 गेंदों पर शतक जमा देते तो वे टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे तेज शतक जमाने वाले बल्लेबाज बन जाते। अभी यह रिकॉर्ड कपिल देव (86 गेंद) के नाम है। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 87 गेंदों पर शतक जमाया है।
पांचों शतक सीरीज के आखिरी टेस्ट में
पंत ने करियर का पांचवां शतक जमाया है। खास बात यह है कि ये सभी शतक किसी सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच में बने हैं। यानी हम कह सकते हैं कि पंत दबाव वाले टेस्ट मैच में ज्यादा अच्छा परफॉर्म करते हैं।
छठे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी
पंत और जडेजा ने छठे विकेट लिए 222 रनों की साझेदारी कर डाली। ये इंग्लैंड के खिलाफ इस विकेट के लिए टीम इंडिया की सबसे बड़ी साझेदारी है। पिछला रिकॉर्ड पंत और केएल राहुल के नाम था। इन दोनों ने 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में 204 रन जोड़े थे।