इस टॉपिक ‘बेली फेट’ के लिए सबसे पहले जरुरी है ये जानना कि बैली फैट बने रहने की वजह क्या है फिर जरूरी है इसे कम करने के उपायों पर फोकस करना। तो आज हम इसके बारे में ही जानेंगे।

बैली फैट से महिलाएं ही नहीं पुरुष भी परेशान रहते हैं और समय रहते ध्यान न देने पर ये न सिर्फ आपके बॉडी का शेप बिगाड़ती है बल्कि स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियों की भी वजह बनती जाती है।
ब्लोटेड बैली:
लंबे समय से दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो ये भी एक खास वजह ब्लोटेड बैली की हो सकती है। इसके अलावा खाने के बाद पेट फूला-फूला सा दिखाई देता है तो इसका मतलब आप कुछ गलत खा रहे हैं या फिर आप डाइजेशन संबंधी परेशानियों से जूझ रहे हैं।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के साथ ही जूस, सूप, दूध और दही जैसी चीज़ें खाएं। जो पेट भरने के साथ ही सेहत के लिए अच्छी होती हैं। रोजाना रनिंग और वॉक को भी रूटीन में शामिल। ब्लोटेड बैली को कम करने के लिए सॉलिड चीज़ों से ज्यादा लिक्विड चीज़ों को बनाएं अपनी डाइट का हिस्सा।
हॉर्मोनल बैली:
शरीर में हार्मोन्स के बढ़ने या घटने का सबसे पहला असर बैली फैट के रूप में नजर आता है। जिससे आपका पूरा फीगर बिगड़ जाता है। आधुनिक लाइफस्टाइल ने कई तरीकों से हमारी सेहत को प्रभावित किया है उन्हीं में से एक हैं पीसीओडी और थॉयराइड की प्रॉब्लम।
योग और एक्सरसाइज़ की मदद लें। नियमित तौर पर अपना हेल्थ चेकअप कराएं। डॉक्टर या डायटिशियन से सलाह लेकर डाइट में जरूरी बदलाव करें।
एल्कोहल बैली:
इस तरह के बैली फैट का शिकार ज्यादातर पुरूष होते हैं। बियर, वाइन या इस तरह की ड्रिंक्स में कैलोरीज की मात्रा बहुत ज्यादा होती हैं और ये शरीर के निचले हिस्से पर असर करती हैं। इतना ही नहीं ये बॉडी में कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ती है। जिसे कम करने में बहुत ज्यादा वक्त लग जाता है।
डाइट में लो कैलोरी वाली चीज़ों को शामिल करें। नियमित रूप से योग और व्यायाम करने की आदत डालें। इस तरह के बैली फैट को कम करने के लिए पूरी तरह से एल्कोहल का सेवन बंद करना पड़ेगा।
पोस्ट प्रेग्नेंसी बैली:
प्रेग्नेंसी की शुरुआत में मां और बच्चे दोनों की सेहत अच्छी रहे इसके लिए खाने पर बहुत जोर दिया जाता है। जो उस वक्त जरूरी भी होता है लेकिन इससे वजन भी बढ़ता है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और डिलिवरी के बाद ये फैट पेट के निचले हिस्से पर सबसे ज्यादा नजर आता है।
बॉडी मसाज फायदेमंद होता है। किसी भी चीज़ की शुरुआत करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। एक्सरसाइज और योगा पर जोर दें। डिलीवरी के बाद भी आपको खानपान पर काफी ध्यान देना होता है। ऐसे में फैटी की जगह हेल्दी चीज़ें खाएं।