सांस लेने के सही तरीके को अपनाकर आप उस एक्टिविटी को न सिर्फ आरामदायक और सुरक्षित तरीके से कर सकते हैं बल्कि उसके ज्यादा से ज्यादा फायदे भी उठा सकते हैं। गहरी सांस लेने से ऑक्सीजन की भरपूर मात्रा शरीर में पहुंचती है जो फेफड़ों को हेल्दी रखने के साथ उसे डिटॉक्स भी करती है।

राष्ट्र आजकल (लाइफस्टाइल डेस्क): फिट रहने के लिए आप रनिंग कर रहे हैं, वॉक, स्विमिंग या फिर साइकिलिंग।
एक्सरसाइज करते वक्त चेस्ट के बजाय डायफ्रॉम से गहरी सांस लेने की प्रक्रिया को सबसे सही माना जाता है। इससे फेफड़ों तक भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचती है जिसकी एक्सरसाइज के दौरान बॉडी को सबसे ज्यादा जरूरत होती है। एक्सरसाइज और आराम करने के दौरान सांस लेना और छोड़ना एक स्वभाविक प्रक्रिया है लेकिन अगर इसकी सही प्रक्रिया को अपनाते हैं तो न सिर्फ इससे परफॉर्मेंस सुधरती है बल्कि स्ट्रेंथ भी बढ़ती है।
हेल्दी बने रहने के लिए आप योग या एक्सरसाइज जो कुछ भी करते हैं उस पर फोकस करें। सांस लेने-छोड़ने की प्रक्रिया खुद-ब-खुद सेट हो जाती है।
सीधे खड़े हो जाएं और डायफ्रॉम से सांस लें चेस्ट को ओपन करें, ठुड्डी को ऊपर की ओर उठाएं। सांस लें और छोड़ें। बॉडी का पोस्चर भी इसमें बहुत मायने रखता है।
- कॉर्डियोवेस्कुलर वर्कआउट के दौरान नाक और मुंह से सांस लें। जितनी देर तक सांस लें उतनी ही देर तक सांस छोड़ना भी है।
- गहरी सांस लेने से पेट, पीठ, साइड की मसल्स रिलैक्स रहती हैं जिससे स्पाइन में होनी वाली खिंचाव से बचा जा सकता है।
- इससे आप किसी भी तरह के एक्सरसाइज को कंफर्टेबल होकर लंबे समय तक कर सकते हैं।
- किसी भी तरह की इंजुरी होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।
- पूरी बॉडी में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरीके से होता है।
- एक्सरसाइज के बीच में अगर आप बहुत ज्यादा थक गए हैं तो गहरी सांस लेने और छोड़ने से आप फिर से चार्ज हो जाते हैं।