राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि, भोपाल। राजधानी के समीपस्थ गुनगा थाना इलाके के रोंडिया गांव में रहने वाली एक महिला ने तीन मासूम बेटियों के साथ फांसी लगा ली। मां और दो बच्चियों की मौत हो गई, जबकि ढाई वर्ष की बालिका की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तलाशी के दौरान पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। उसमें महिला ने लिखा है कि बच्चेदानी में गठान होने के कारण अब वह बच्चे को जन्म नहीं दे सकेगी। इस वजह से इस तरह का कदम उठा रही है। उधर घटना के बाद महिला के मायके पक्ष को लोगों ने बेटी के ससुराल पहुंचकर हंगामा किया। उनका कहना है कि बेटा नहीं होने के कारण उसे प्रताड़ित किया जा रहा था। साथ ही बेटी की हत्या करने का आरोप भी लगाया है। घटना के बाद से गांव में मातम का माहौल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गुनगा थाना प्रभारी अरुण शर्मा ने बताया कि 28 वर्षीय संगीता पत्नी रजत यादव ग्राम रोंडिया में परिवार के साथ रहती थी। मंगलवार सुबह स्वजन ने संगीता और उसकी तीनों बेटियों पांच वर्षीय आराध्या, ढाई वर्षीय मनु और लगभग डेढ़ वर्ष की श्रष्टि को फांसी पर लटके देखा। डाक्टर ने जांच करने के बाद संगीता, आराध्या और श्रष्टि को मृत घोषित कर दिया। सांस चलती मिलने के कारण मनु को अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया है। रजत संयुक्त परिवार में रहता है। उसके पिता होमगार्ड में पदस्थ हैं। घर में दूध का व्यवसाय होने के साथ ही रजत का स्वयं का टेंट का कारोबार है। परिवार में माता-पिता के अलावा रजत के दो छोटे भाई बहन हैं। करीब छह साल पहले रजत की शादी हलाली डैम के पास स्थित ग्राम सिंगरामपुर निवासी संगीता से हुई थी। टीआइ अरुण शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला कि तीनों बेटियों को फांसी पर लटकाने के बाद संगीता ने फांसी लगाई है। घटनास्थल की तलाशी लेने के दौरान एक सुसाइड नोट मिला है। उसमें लिखा है कि बच्चेदानी में गठान होने के कारण अब वह बच्चे को जन्म नहीं दे सकेगी। इस वजह से जान दे रही है। नवविवाहिता की मौत का मामला होने के कारण जांच एसडीओपी द्वारा की जा रही है।