राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। फ्रॉड करने वाले पहले छोटा-मोटा लोन देकर झांसे में लेते हैं। इसके बाद फेक लोन एप्लिकेशन मोबाइल में डाउनलोड करवा कर फोन में घुसपैठ कर लेते हैं। इसके बाद शुरू होता है ब्लैकमेलिंग का खेल। साइबर क्रिमिनल लोगों को फोन कर प्रताड़ित करते हैं। यही नहीं, रिश्तेदारों को भी कस्टमर की अश्लील फोटो भेजते हैं। यहां तक कि उसे पूरी तरह फ्रॉड बता देते हैं। भोपाल के कमिश्नर मकरंद देउस्कर से जानते हैं कि साइबर क्रिमिनल्स कैसे इस गोरखधंधे को चला रहे हैं। भोपाल में साइबर क्राइम पुलिस के पास तीन महीने में ऐसी 30 शिकायतें आ चुकी हैं। जांच के बाद इनमें से एक में FIR दर्ज की गई है। इंटरनेट पर मौजूद फर्जी लोन एप्लीकेशन , कैश एडवांस, कैश न्यू, कैश पर लोन, कैसी लोन, क्लियर लोन, स्मार्ट गैस जैसी कई दुकानें बंद हो चुकी है