राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I मध्यप्रदेश में अब कंपकंपी शुरू हो गई है। अब रात के बाद दिन में भी हल्की ठंड बढ़ गई है। भोपाल में बढ़ती ठंड को देखते हुए सभी स्कूलों की टाइमिंग बढ़ाई गई है। अब स्कूल सुबह 8:30 बजे से लगेंगे। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने इसके आदेश जारी किए हैं।
भोपाल में शुक्रवार को अधिकतम तापमान सीधी के बाद सबसे ज्यादा लुढ़का। सीधी में ढाई डिग्री तो भोपाल में डेढ़ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। देश के सबसे ठंडे मैदानी इलाकों में ग्वालियर 12वें नंबर पर है। यहां पर रात का पारा सबसे कम 8.3 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है।
राजस्थान के चुरू में रात का पारा 4 डिग्री तक आ गया है। मध्यप्रदेश के नौगांव में बीती रात सबसे सर्द रही। यहां पर रात का पारा 6 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। इंदौर और नर्मदापुरम में रात में सबसे ज्यादा तापमान 13 से 14 डिग्री के बीच चल रहा है। यहां पर न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक चल रहा है। मौसम वैज्ञानिक एचएन साहू ने बताया कि अभी चार-पांच दिन इसी तरह मौसम बना रहेगा। उसके बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस के स्ट्रांग होने पर ही ठंड बढ़ेगी और तापमान तेजी से नीचे आएंगे।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान शीतलहर चलने की अलर्ट जारी किया है। छतरपुर और जबलपुर में शीतलहर लोगों को परेशान कर सकती है। इंदौर और उज्जैन में तापमान सामान्य रहेंगे, जबकि भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
भोपाल में स्कूल की टाइमिंग बढ़ाई
बढ़ती ठंड के चलते भोपाल के सभी सरकारी-प्राइवेट, आईसीएसई और सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में क्लास शुरू होने की टाइमिंग बढ़ा दी गई है। इसे लेकर शुक्रवार को कलेक्टर अविनाश लवानिया ने आदेश जारी कर दिए। आदेश के अनुसार सुबह साढ़े 8 बजे से पहले क्लास संचालित नहीं की जाएगी। यह आदेश 28 नवंबर से लागू हो जाएगा।
प्रदेश में पचमढ़ी में सबसे ज्यादा ठंड पड़ने लगी है। यहां रात का पारा 6 डिग्री तक आ गया है, तो दिन में अधिकतम तापमान 23 डिग्री पर आ गया है। ऐसे में पचमढ़ी में सबसे ज्यादा ठंड होने लगी है। हालांकि हिल स्टेशन होने के कारण मौसम विभाग इसे रिकॉर्ड में नहीं लेता है। इसके अलावा नरसिंहपुर और सिवनी में भी दिन का पारा 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में दिन का पारा 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ चुका है।