राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि, खंडवा। ग्राम रूधि की आदिवासी महिला सरपंच की फांसी से मौत का मामला सामने आया है। प्रथमद्ष्टया मामला आत्महत्या का बताया जा रहा है। महिला सरपंच द्वारा जमीन विवाद और नर्सिंंग कालेज के संचालक की प्रताड़ना के चलते यह कदम उठाने की बात स्वजन कह रहे है। थाना कोतवाली में मारपीट की झूठी शिकायत भी दर्ज करवाने और एडीएम कोर्ट में जमीन से कब्जा हटवाने की लिखा-पढ़ी करवाने के आरोप है। विवादित जमीन पर सरपंच का आशियाना था। आशियाना टूटने के डर से सरपंच परेशान थी। घटना बुधवार देर शाम की है। कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव रूधि की सरपंच मंगलाबाई पत्नी रमेश कुमरे ने घर में फांसी लगा ली। आत्महत्या के पीछे शहर के नर्सिंग कॉलेज के संचालक द्वारा रूधि गांव में जिस व्यक्ति से जमीन खरीदी थी ,उस जमीन का कोर्ट में केस चल रहा था। यह जमीन सरपंच के परिवार वालों की थी। सरपंच कुटुंब के गेंदालाल और हीरालाल ने किसी व्यक्ति को जमीन बेची थी। उस व्यक्ति से सरपंच परिवार का विवाद था और कालेज संचालक ने जमीन खरीद ली। अब कब्जे के लिए वह सरपंच मंगलाबाई को परेशान कर रहा था। पति के अनुसार बुधवार सुबह मेरी पत्नी को कोतवाली थाने से फोन आया कि डाॅ. ने मारपीट की शिकायत की है। हम लोग थाने गए तो कोतवाली टीआइ ने मेरी पत्नी से जमीन विवाद के मामले में बात की और कहा कि कब्जा हटा लेना। डाॅ. ने पैसे देकर जमीन खरीदी है। पूरे घटनाक्रम से परेशान होकर मेरी पत्नी ने शाम को घर जाकर आत्महत्या कर ली। मेरी पत्नी ने पुलिस से भी कहा था कि हमें जबरन परेशान किया जा रहा है, लेकिन पुलिस ने हमारी नहीं सुनी |