राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | मंकीपॉक्स रोग बुखार आने के साथ ही शरीर पर लाल दाने आने लगते हैं। मंकीपॉक्स से संक्रमित होने पर 6 से 13 दिन में लक्षण दिखने लगते हैं। कुछ मामलोंमें 5 से 21 दिन का समय लग सकता है। इस दौरान मांसपेशियों और शरीर में दर्द, सिर दर्द, बुखार, लिम्फ नोड्स में सूजन आने जैसे मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं। त्वचा पर भी असर दिखने लगता है। पहले चेहरे और फिर हथेली और पैरों के तलवे पर भी दाने निकलने लगते हैं।मंकीपॉक्स के मामले दुनियाभर के कई देशों में तेजी से फैल रहे हैं। दुनिया के तमाम देशों से 18 हजार से ज्यादा मंकीपॉक्स के मामले अब तक सामने आ चुके हैं। भारत में मंकीपॉक्स से कई लोगों के संक्रमित होने के कारण केंद्र सरकार ने इस संक्रमण को गंभीरता से लेते हुए एडवाइजरी जारी की है। केंद्र सरकार ने राज्यों को मंकीपॉक्स से बचाव और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अपने स्तर पर तैयारी करने, संक्रमितों की पहचान और विशिष्ट देशों से आने वाले लोगों की निगरानी करने, अस्पतालों में मंकीपॉक्स के मामलों के लिए तैयार करने के दिशा निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंकीपॉक्स को लेकर क्या करें और क्या न करें, इस बाबत भी दिशा निर्देश दिए हैं। एडवाइजरी के मुताबिक, जिस संक्रमितों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनके संपर्क में आने वाले लोगों में भी मंकीपॉक्स का जोखिम होने की बात कहते हुए ऐसे लोगों की निगरानी की सलाह दी है। साथ ही संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता का ध्यान देने, साबुन से हाथ धोने, सेनेटाइजर का इस्तेमाल करने को भी कहा है। बता दें कि इसके पहले मंकीपॉक्स की स्थिति पर चिंता जताते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है मंकी पॉक्स से बचाव के लिए शरीर में लक्षण दिखाई देने पर सबसे पहले मरीज को आइसोलेट कर देना चाहिए, यानी दूसरे लोगों से संक्रमित व्यक्ति को दूर रखना चाहिए। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हाथों को साबुन से धोना चाहिए या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए। मंकीपॉक्स के मरीज आपके संपर्क में है, तो उससे मिलते समय मास्क और ग्लव्स का इस्तेमाल करें। आप जहां रहते हैं, वहां डिसइंफेक्टेंट्स का उपयोग करें।