राष्ट्र आजकल /सुनील राजपूत/डूंगरिया, बैरसिया
बैरसिया डूंगरिया में लगातार बदलते मौसम के मिजाज से किसानों की चिंता बढ़ती दिखाई पड़ रही है पिछले कुछ दिनों में सुबह शाम हो रही रिमझिम बूंदाबांदी से कई किसानों की उड़द मूंग सोयाबीन की फसल खराब हो रही है तो कहीं किसानों का सोयाबीन भी फसल कटाई की चिंता सता रही है कई किसानों का सोयाबीन सड़ने की संभावना है सड़ने भी लगा है इधर मजदूरों के रेट 600 से लेकर 700 बड़ गए हैं वहीं खेतों में ज्यादा नमी होने के कारण हार्वेस्टर से कटाई नहीं हो पा रही है जैसे तैसे ज्यादा लागत लगाने पर काम शुरू करते हैं तो मौसम की मार बीच में आ जाती है इस बार पूर्व में हुई कम वर्षा के कारण कई किसानों की फासले वैसे ही कमजोर दिखाई पड़ रही है ऊपर से यह मौसम लगातार डर का माहौल बना रहा है अब फसल पककर तैयार हो गई है लेकिन पिछले 5-6 दिन से हो रही रिमझिम बारिश से फसल खराब होने की कगार पर है वही मार्केट में सोयाबीन के रेट 3500 से 4000 के बीच में है सोयाबीन की फसल कई जगह खेतों में कटी पड़ी है और कुछ किसान कटाई के लिए बारिश रुकने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन चार-पांच दिन से लगातार बदल रहे मौसम से किसनो की मुसीबत बढ़ा दी है यदि रिमझिम बारिश नहीं रुकी तो फलियां में अंकुरण होने लगेगा वहीं 60 दिन में आने वाले सोयाबीन की फसल भी पककर तैयार है और कुछ दिनों की धूप लगने पर फसल की कटाई शुरू हो जाएगी किसानों का कहना है कि सोयाबीन फसल का रेट कम होने से मजदूरों की मजदूरी भी नहीं निकल पा रही है किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इतने पर ही मजदूर सही से कार्य नहीं कर पा रहे हैं वहीं थ्रेसर के दाम प्रति घंटा 2000 से ₹2200 पड़ता है किसानों को जिसके कारण रोजी-रोटी का संकट सता रहा है