बड़वानी: यह घटना मध्य प्रदेश के बड़वानी के पलसूद की है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे पुलिसकर्मी सिकलीगर समाज के दो युवकों को बाल पकड़कर धक्कामुक्की कर रहा है।
पुलिस की इस गुंडागर्दी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने कार्रवाई की मांग की है। लोगों की रक्षक पुलिस की बनी भक्षक, जहां पुलिस ने एक ग्रंथी को कपड़ों से पकड़कर घसीटते हुए उससे मारपीट की।
एसपी के मुताबिक वह शराब के नशे में था। पुलिस की टीम वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इस दौरान उसे को पुलिस ने रोका गया। पुलिस ने जब उससे लाइसेंस मांगा, तो उसने हंगामा करना शुरू कर दिया और धक्कामुक्की की। जबलपुर में चोरी की घटना को अंजाम देने के मामले मे प्रेम सिंह का नाम सामने आया था। अब उसके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच हो रही है। बड़वानी के एसपी निमिष अग्रवाल के मुताबिक यह घटना गुरुवार की है।
वहीं इन सब से अलग; प्रेम ने बताया कि घटना वाले दिन पलसूद थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी पैसे मांगने लगे व पैसे न देने की स्थति मे पुलिस ने बलपूर्वक धक्कामुक्की एवं मारपीट की।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर विरोध जताया। उन्होंने लिखा, “यह अत्याचार व गुंडागर्दी होकर सिख धर्म की पवित्र धार्मिक परंपराओं का अपमान भी है। ऐसी घटनाएँ बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। मैं सरकार से माँग करता हुँ कि तत्काल दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो। पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिले।”
“बड़वानी में ASI सीताराम भटनागर और HC मोहन जामरे को सिख बन्धुओं के साथ किये गए अमानवीय व्यवहार के लिए तुरंत निलंबित किया गया है। सिखों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मामले की जाँच इंदौर आईजी द्वारा की जाएगी और इनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।” लिखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना का संज्ञान लेते हुए झटपट कार्रवाई की-