मध्य प्रदेश में चुनावी रण, कांग्रेस के सर्वे ने भाजपा की नींद उड़ाई: 60 से 75 सीटों पर सिमटेगी भाजपा
राष्ट्र आजकल / न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी में बगावत और दिग्गज नेताओं के वर्चस्व के बीच कांग्रेस का एक सर्वे सामने आया है। इस सर्वे के अनुसार, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया जा रहा है। वहीं भाजपा को केवल 60 से 75 के बीच सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। यह सर्वे सार्वजनिक होने के बाद प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में आलाकमान ने बैठक के दौरान मप्र के नेताओं से इस संदर्भ में फीडबैक मांगा है। साथ ही भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अपनी ओर से प्रदेश की सभी 230 सीटों पर सर्वे कराएगा।*उपचुनाव वाली सीटों पर भी बिगड़ा खेल*प्रदेश में भाजपा के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का आलम यह है कि उपचुनाव वाली सीटों पर भी पार्टी की स्थिति खराब है।
गौरतलब है कि 2020 में हुए उपचुनाव में भाजपा ने 2018 में हारी इन 21 सीटों जौरा, अम्बाह, मेहगांव, ग्वालियर, भांण्डेर, पोहरी, बमोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, पृथ्वीपुर, बड़ामलहरा, अनूपपुर, सांची, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, जोबट, बदनावर, सांवेर और सुवासरा को जीत लिया है। लेकिन पार्टी -इन्हें भी चुनौतिपूर्ण मानकर चल रही है।
कब्जे वाली 57 सीटों पर भाजपा कमजोर
भाजपा वर्तमान समय में जिन 127 सीटों पर काबिज है, उनमें से 57 सीटों पर हार का खतरा मंडरा रहा है। ये सीटें हैं- विजयपुर, जौरा, अम्बाह, मेहगांव, ग्वालियर, भांडेर, पोहरी, कोलारस, बमोरी, गुना, अशोकनगर, मुंगावली, बीना, नरियावली, टीकमगढ़, निवाड़ी, जतारा, पृथ्वीपुर, खरगापुर, चंदला, मल्हरा, जबेरा, पवई, नागौद, अमरपाटन, रामपुर बघेलान, देवतालाब, चुरहट, सीधी, सिंगरौली, ब्यौहारी, अनूपपुर, मुडवारा, सिहोरा, मंडला, परसवाड़ा, आमला, टिमरनी, सिवनी मालवा, सांची, बासौदा, हाटपिपल्या, मांधाता, पंधाना, नेपानगर, बड़वानी, जोबट, धार, बदनावर, इंदौर-5, उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, रतलाम ग्रामीण, जावरा, सुवासरा, मनासा, नीमच आदि।