राष्ट्र आजकल | प्रदेश का पर्यटन और संस्कृति विभाग आदिवासी इलाकों में आदिवासी युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए खास प्रयोग करने जा रहा है।पर्यटन से जुड़े कोर्स कराकर इन युवाओं में कौशल विकास के लिए आदिवासी बाहुल्य जिलों में फूड क्रॉफ्ट इंस्टीट्यूट खोले जा रहे हैं।एक साल पूर्व भेजे गए प्रस्ताव को केंद्र से मंजूरी मिल गई है। इसके तहत बालाघाट, धार व शहडोल जिले में फूड क्रॉफ्ट इंस्टीट्यूट खोले जाएंगे, इसके लिए एमपीटी और संस्कृति बोर्ड ने जमीन तलाशनी शुरू कर दी है।
एमपीटी के डायरेक्टर मनोज सिंह के अनुसार आदिवासी क्षेत्रों में युवाओं को आत्मनिर्भर करने व पर्यटन के क्षेत्र में उन्हें रोजगार के काबिल बनाने के लिए एफसीआई (फूड क्रॉफ्ट इंस्टीट्यूट) खोले जा रहे हैं।इनमें कुकिंग, हाऊस कीपिंग समेत हॉस्पिटिलिटी के कोर्स कराकर आदिवासी युवाओं को स्किल्ड किया जाएगा।इससे पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और आदिवासी युवा शिक्षित हो सकेंगे। प्रदेश में जबलपुर, छतरपुर के खजुराहो व रीवा में फूड क्रॉफ्ट इंस्टीट्यूट पहले से हैं। इसी तर्ज पर आदिवासी क्षेत्रों के लिए योजना बनाई गई थी। ये कोर्स होंगे-फूड प्रोडक्शन, फूड एंड बेवरेज सर्विस और हाऊस कीपिंग के पाठ्यक्रम होंगे। ये होगा फायदा-युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण मिलेगा। सर्वसुविधा युक्त कांफ्रेंस हॉल, रेस्टारेंट, लॉबी और किचन विकसित किया जाएगा।