संविदा आधार पर 3 महीने के लिए यह भर्ती की जाएगी। इन पदों के लिए 21 सितंबर तक आवेदन बुलाए गए हैं। इन पदों के लिए वेतन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की तरफ से दिया जाएगा। अब देखना यह है कि इसके लिए कितने उम्मीदवार सामने आते हैं। इसके आदेश स्वास्थ्य विभाग ने जारी कर दिए है।
भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): हमीदिया अस्पताल में 400 बिस्तर की हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) 15 अक्टूबर तक शुरू की जानी है। इसके अलावा 50 बिस्तर का अतिरिक्त आईसीयू सोमवार से शुरू किया जाना है। यह सुविधाएं शुरू करने के लिए अस्पताल में डॉक्टर व नर्स पर्याप्त नहीं हैं। लिहाजा, गांधी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन 159 डॉक्टर, 192 नर्स व चार अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति करने जा रहा है। शहर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। गंभीर मरीज भी बढ़ रहे हैं।
इतने पदों के लिए होगी भर्ती:
पदनाम | कुल पदों की संख्या |
स्नातकोत्तर चिकित्सा अधिकारी | 15 |
चिकित्सा अधिकारी | 144 |
स्टाफ नर्स | 192 |
टीबी अस्पताल में 100 बिस्तर का आईसीयू चरणबद्ध तरीके से शुरू करने के निर्देश भी उन्होंने कॉलेज के प्रभारी डीन डॉ. जितेन शुक्ला और हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया को दिए हैं। कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्थाओं को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।
इस दौरान उन्होंने कहा है कि हमीदिया में 50 बिस्तर का अतिरिक्त आईसीयू 21 सितंबर तक शुरू किया जाए।बता दें कि हमीदिया अस्पताल के आईसीयू में अभी वेंटिलेटर वाले 40 बिस्तर हैं। हफ्ते भर से सभी बिस्तर भरे हुए हैं, जिससे गंभीर मरीजों को यहां इलाज नहीं मिल पा रहा है। अतिरिक्त 50 बिस्तर का आईसीयू तैयार है। सिर्फ सक्शन पाइप लाइन बिछाने का काम होना है ।
मंत्री ने भोपाल में कोरोना का इलाज करने वाले डॉक्टर-नर्स को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी भी गांधी मिलकर कॉलेज को सौंपी है। सरकारी डॉक्टरों के साथ निजी एलोपैथी और सरकारी व निजी आयुष डॉक्टरों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी। आयुष्मान योजना में पंजीकृत 24 हॉस्पिटलों में होगा कोरोना संक्रमण का इलाज, अच्छी खबर, कम हो रही है सक्रिय संक्रमितों की संख्या
17 सितम्बर से अन्य 12 में भी इलाज शुरू हो जाएगा। बता दें कि इन सभी हॉस्पिटलों में 300 से अधिक ऑक्सीजन बेड उपलब्ध है। आईसीयू के साथ 54 वेंटीलेटर भी अतिरिक्त रूप से उपलब्ध रहेंगे। 18 वेंटीलेटर आईसीयू के बिना भी उपलब्ध है और 50 बेड बिना ऑक्सीजन के साथ भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जिले में उपलब्ध होंगे। कोई भी आयुष्मान कार्ड धारी इन अस्पतालों में जाकर मुफ्त में अपना इलाज करवा सकता है। आयुष्मान योजना के अंतर्गत पंजीकृत अस्पताल अपने यहां 20 प्रतिशत बिस्तर आरक्षित किए गए थे।
इसके चलते राजधानी के 24 हॉस्पिटलों में आयुष्मान कार्डधारी व्यक्तियों के कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए व्यवस्थाएं चालू हो जाएंगी। वर्तमान में 12 से अधिक हॉस्पिटल आयुष्मान योजना के अंतर्गत पंजीकृत लोगों के इलाज के लिए उपलब्ध है।
इंदौर में सबसे ज्यादा 5298 मरीज एक्टिव हैं वहीं दूसरे नंबर ग्वालियर है जहां 2148 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। वहीं भोपाल में करीब 2000 मरीज ही सक्रिय संक्रमित है। शहर में अब करीब 14 हजार संक्रमित मरीज है तो 12 हजार कोरोना को मात दे चुके है। कोरोना को लेकर अच्छी खबर है। शहर में भले ही मरीजों की संख्या बढते जा रही है लेकिन ठीक होने वालों की संख्या भी शहर में ज्यादा है।
इसके चलते राजधानी में संक्रमित मरीजों की संख्या कम हो गई है। यही नहीं एक्टिव मरीजों संख्या में भोपाल अब तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।