प्रदेश के बांधो के कितने गेट खोले गए हैं, इसका जनजीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा, इसकी जानकारी ली।

भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): बता दें कि प्रदेश के लगभग सभी बांधों का जलस्तर उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि अगले 48 घंटे प्रदेश में रैन फाल की स्थिति है, इस वजह से तवा डैम के 13 में से 13 गेट खोले गए हैं। CM शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेश की प्रमुख नदियों के जलस्तर की जानकारी ली है।
इंदिरा सागर के 22 गेट खोले गए हैं। ओंकारेश्वर में 23 में से 21 गेट खोले गए हैं। राजघाट 18 में से 14 गेट खोले गए हैं। बरगी के 21 में से 17 गेट खोले गए हैं। मंडला, पेंच बांध के सभी गेट खोले गए हैं।
आवश्यकता होने पर टीम का डिप्लॉयमेंट तुरंत होगा। भोपाल संभाग में सर्वाधिक बारिश रायसेन में हुई हैं। जबलपुर संभाग में छिंदवाड़ा और नरसिंहपुर में सबसे अधिक बारिश हुई है। छिंदवाड़ा के बेलखेड़ा में 150 लोगो को सुरक्षित कैम्प में पहुंचाया गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की सभी टीम को अलर्ट किया गया है।
इस जानकारी पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं। होशंगाबाद, जबलपुर, इंदौर संभाग के कमिश्नर स्थिति की समीक्षा करते रहें, 48 घंटे प्रदेश में तेज बारिश की संभावना है जिसकी वजह से नर्मदा जी और उनकी सहायक नदियों के किनारे ध्यान दें।
NDRF, SDRF की टीम से सतत संपर्क रखें, प्रदेश स्तर पर भी सेना सहित सभी स्तर पर संपर्क किया जा रहा है। निचले इलाकों में पानी न भरे इसके लिए सतत् नजर रखी जाए। बारिश के कारण लोग घिरे नहीं इसके लिए रेस्क्यू पहले ही किए जाएं। 10 दिन की एडवांस तैयारी रखी जाए, कोविड को ध्यान में रखकर तैयारी हो,भोजन, दवाई, स्वच्छता का ध्यान रखें.
मुख्यमंत्री निवास में भी एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है, अधिकारी सीधे सीएम हाउस के कंट्रोल रूम में आवश्यक जानकारी ले और दे सकते हैं, सरकार, नागपुर स्थित एयरफोर्स मुख्यालय से भी सतत संपर्क में है। SDRF कंट्रोल रूम नंबर- 1079 वल्लभ भवन में भी कंट्रोल रूम बनाया गया है, साथ ही डायल 100 से भी संपर्क कर सकते हैं।