ग्रामीण इलाकों में घुस गया है और हजारों एकड़ खेत बर्बाद हो चुके हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह हालात अभी बने रहेंगे।
भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): करीब आधा दर्जन से अधिक बड़े बांधो के गेट खोल दिए गए हैं। इसके कारण नदियों का पानी सड़कों पर आ गया है, जैसा कि मौसम वैज्ञानिकों ने पूर्वानुमान जताया था, मध्य प्रदेश के नदी-नालों में बाढ़ आ गई है।
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वनांचल के अंततदरूनी क्षेत्रों में कई गांवों का संपर्क ब्लाक मुख्यालयों से टूट गया है। प्रदेश में बारिश का दौर जारी है, नदी-नाले उफान पर है और बांधों के भी गेट खोले जा चुके है। पिछले चौबीस घंटे की बात करे तो खंडवा जिले में इंदिरा सागर शुक्रवार सुबह 12 गेट और ओमकारेश्वर बांध 15 गेट खोल दिए गए है। यहां पहले 6 गेट खुले हुए थे। गेट की संख्या दोगुना होने से नर्मदा में उफान आ गया है।
इसके अलावा नर्मदा के उफान पर आने से बरेली और उदयपुरा क्षेत्र के भी गांवों में पानी भर गया है। इससे नेशनल हाइवे-12 जयपुर-जबलपुर बंद हो गया। बेगमगंज-गैरतगंज क्षेत्र में कहूला पुल पर पानी आ जाने भोपाल मार्ग बंद हो गया। जिले के सबसे बड़े मोंगरा बराज के 10 गेट खोले जाने से शिवनाथ नदी का जल स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। होशंगाबाद स्थित तवा डेम के 9 गेटों को खोला गया है। बारना बांध के सुबह 7 बजे 8 गेट खोले गए है। वहीं जबलपुर में बरगी बांध के 9 गेट खोले गए है। रायसेन जिले के बाड़ी स्थित बारना बांध के सभी आठ खुले गए हैं।
इससे भोपाल-नागपुर संपर्क पूर्ण रूप से टूट चुका है। शाहपुर के मगरडोह, भौरा की बीजासन नदी और धार नदी भी उफान पर होने से दोनों ओर वाहनों की लम्बी लाइन लगी है। बैतूल में रात भर से हो रही मूसलाधार बारिश से जिले भर के नदी-नाले उफान पर हैं। शाहपुर में बाढ़ से नेशनल हाईवे-69 सुबह 6 बजे से बंद है। शाहपुर तहसील ऑफिस के पास नाले पर लगभग 3 फीट पानी आ जाने से मार्ग बंद हो गया।