प्रदेश के करीब 5 लाख कर्मचारी पुरानी पेंशन के पक्ष में हैं।

भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): मध्यप्रदेश में एक बार फिर पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई शुरू हो गई है।
एक साल बाद जनवरी 2005 से एमपी में भी पेंशन बंद कर दी गई है। राज्य में 2018 से पुरानी पेंशन बहाली की मांग की जा रही है। केंद्र ने जनवरी 2004 से पुरानी पेंशन योजना बंद कर दी थी।
इस पेंशन के फायदे कम नुकसान अधिक हैं, इसलिए पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग को लेकर अधिकारियों-कर्मचारियों ने मिलकर प्रदेश में अधिकारी-कर्मचारी कल्याण संघ बनाया है, जिसके अध्यक्ष जितेंद्र सिंह हैं। इस वजह से अब तक 5 लाख 4 हजार कर्मचारी नई पेंशन के दायरे में आ गए हैं।
संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बताते हैं कि नई पेंशन से कर्मचारी नाखुश हैं। सेवा के दौरान और सेवा के बाद भविष्य सुरक्षित नहीं है। वहीं, छत्तीसगढ़ में अतुल पांडे व राजस्थान में विद्याधर दासोरा संघ का कामकाज देख रहे हैं। बाकी के राज्यों में भी पुरानी पेंशन की मांग के लिए कर्मचारी-अधिकारी एकजुट हो रहे हैं।