अचानक तबियत खराब होने की स्थिति में मनमोहन शाह बट्टी को चिरायु अस्पताल भोपाल में इलाज के लिए भर्ती किया गया था और 2 अगस्त तक अस्पताल प्रशासन एवं भोपाल जिला प्रशासन तथा मध्यप्रदेश शासन द्वारा बट्टी के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई और ना ही पार्टी संगठन एवं समाज के लोगों को जानकारी दी गई थी।
अचानक हृदय गति रुक जाने से उनकी मृत्यु की खबर मीडिया के जरिए सामने आई जो कि सवालों के घेरे में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनमोहन शाह बट्टी की मौत की CBI जांच का अनुरोध किया है।
इससे पहले विधानसभा क्षेत्र अमरवाड़ा जिला छिंदवाडा मे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्टी के आकस्मिक और संदिग्ध मौत पर जिला गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर और एसडीएम को सौंपा था, ज्ञापन के माध्यम से सीबीआई जांच की मांग रखी थी।
सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया था कि 29 जुलाई को अचानक तबियत खराब होने की स्थिति में मनमोहन शाह बट्टी को चिरायु अस्पताल भोपाल में इलाज के लिए भर्ती किया गया था और 2 अगस्त तक अस्पताल प्रशासन एवं भोपाल जिला प्रशासन तथा मध्यप्रदेश शासन द्वारा बट्टी के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई और ना ही पार्टी संगठन एवं समाज के लोगों को जानकारी दी गई।
वहीं अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनमोहन शाह बट्टी की मौत की CBI जांच का अनुरोध किया है।
इस तरह से अचानक निधन से प्रदेश एवं देश का आदिवासी समुदाय तथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी स्वीकार नहीं कर रहा है, यहां तक की कोरोना वायरस से संबंधित संक्रमित होने की आशंका जताते हुए स्वर्गीय बट्टी के पार्थिव शव को परिवार वालों को नहीं दिया गया एवं भोपाल में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया जो कि शंका के दायरे में हैं।