राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। बीते साल 2022 में नाबालिगों के दुष्कर्म के कुल 73 मामलों में पॉक्सो कोर्ट ने फैसला सुनाया, जिसमें केवल 14 मामलों में ही आरोपियों को सजा मिल सकी। जबकि 59 मामलों में साक्ष्य के अभाव, फरियादियों के मुकरने सहित अन्य कारणों के चलते आरोपी बरी हो गए। इस पड़ताल में सामने आया कि मुरार और हजीरा पुलिस के एक भी केस में आरोपियों को सजा नहीं हुई, वहीं सजा दिलाने के मामले में पुलिस थाना जनकगंज और ग्वालियर की स्थिति बेहतर रही। दुष्कर्म के केस में सजा का प्रतिशत कम होने का सबसे बड़ा कारण पीड़िता व उसके परिजनों का मुकरना है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने के अनुरोध पर बताया कि पीड़िता के बयान बदलने से आरोपियों को फायदा मिला। गोले का मंदिर थाने के एक केस में पीड़िता ने रिपोर्ट लिखाते समय कार में रेप होने की बात कही, लेकिन कोर्ट में आरोपी को पहचानने से इनकार कर दिया। एक अन्य मामले में पीड़िता ने आरोपी से ही शादी कर ली और आरोप से मुकर गई।