राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । भोपाल नगर निगम के चुनाव की डेट फाइनल होते ही अब BJP-कांग्रेस में दावेदारों को लेकर मंथन का दौर शुरू हो गया है। अबकी बार टिकट बांटना पार्टियों के लिए भी मुश्किल होने वाला है, क्योंकि अधिकांश पार्षद दोबारा टिकट मांग रहे हैं, जिनका रिजर्वेशन ने गणित बिगाड़ा है। ऐसे 95% पुराने पार्षद हैं। इसलिए वे अब दूसरे वार्डों से टिकट चाह रहे हैं। कई तो मां, पत्नी और बहू के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। इनमें पूर्व निगम अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, कई एमआईसी मेंबर जैसे बड़े नेता भी शामिल हैं।
भोपाल में कुल 85 वार्ड हैं। इनमें से सिर्फ 4 वार्ड (33, 46, 56 और 62) ही ऐसे हैं, जिनका अबकी बार आरक्षण नहीं बदला है। बाकी 81 वार्ड की तस्वीर बदल चुकी है। इसलिए पूर्व पार्षद या दिग्गज नेता अब दूसरे वार्ड से चुनाव लड़ने की रणनीति बना रहे हैं। हालांकि, यह किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है, क्योंकि कम समय में वार्डवासियों के बीच पैठ जमाना और पार्टी की अंदरूनी कलह भी है। यही कारण है कि पार्टियों के सामने भी कई दावेदारों में से किसी एक को टिकट देने की चुनौती रहेगी।
हर वार्ड में 10 से ज्यादा दावेदार
राजधानी के हर वार्ड में पार्षद पद के लिए 10 से ज्यादा दावेदार हैं। BJP और कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियां भी अपने उम्मीदवार उतारेगी। वहीं, निर्दलीय भी मोर्चा संभालेंगे।
खुद के साथ पत्नी, बहू और बेटी के लिए भी टिकट
रिजर्वेशन के बाद गड़बड़ाए समीकरण के चलते कई नेता खुद के साथ पत्नी, बहू या बेटी के लिए भी टिकट मांग रहे हैं।
पिछली परिषद में निगम अध्यक्ष रहे भाजपा के सुरजीत सिंह चौहान वार्ड 51 से पार्षद थे, लेकिन यह वार्ड इस बार अनारक्षित महिला हो गया है। ऐसे में चौहान के परिवार से किसी महिला को पार्टी चुनाव में उतार सकती है या फिर दूसरे वार्ड में एडजेक्ट कर सकती है।
अमित शर्मा वार्ड 31 की बजाय 33 से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
वार्ड 31 ओबीसी (महिला) कैटेगिरी के हिस्से गया है।
अनारक्षित हुआ वार्ड 46 से योगेंद्र सिंह गुड्डू चौहान फिर से मैदान में उतरेंगे।
वार्ड 30 से प्रवीण सक्सेना लड़ सकते हैं। अभी उनकी पत्नी सीमा पार्षद थीं।
वार्ड 27 से पार्षद रहे मोनू सक्सेना अब पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं।
नेता प्रतिपक्ष मो. सगीर मध्य विधानसभा के बजाय नरेला के वार्ड 41 से उतर सकते हैं।
कोलार में वार्ड 83 ओपन हैं। यहां ओबीसी-सामान्य के अनेक दावेदार हैं।
एमआईसी सदस्य और 1999 से लगातार पार्षद महेश मकवाना का वार्ड नंबर 10 एससी महिला को मिला है। वे अब पत्नी को उतार सकते हैं।
वार्ड 82 में एमआईसी सदस्य भूपेंद्र माली खुद और पत्नी के लिए टिकट मांग रहे हैं।
भाजपा से रविंद्र यति, शंकर मकोरिया, मनोज राठौर, सरोज जैन, जगदीश यादव, रामबाबू पाटीदार, गणेशराम नागर, गिरीश शर्मा, तुलसा वर्मा, कृष्णमोहन सोनी, मनोज चौबे जैसे कई नेताओं के समीकरण भी गड़बड़ा गए हैं।
शहवार मंसूरी, रईसा मलिक, मोहम्मद सऊद, अब्दुल शफीक समेत कई कांग्रेसियों के वार्ड भी बदल गए हैं।