राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि भोपाल। देश में नशा करने वाली चीजों का अवैध कारोबार रोकने के लिए सभी राज्य मिलकर नई तकनीकों का उपयोग करेंगे। साथ ही इन तकनीकों को एक दूसरे से साझा भी करेंगे। गुरुवार और शुक्रवार को केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी भोपाल में ड्रग कानून प्रवर्तन पर तीसरा राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। यह नार्को कोआर्डिनेशन सेंटर के उद्देश्य से जुड़ा एक महत्वपूर्ण आयोजन था। ड्रग खतरे से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग विषय पर सम्मेलन में चर्चा की गई। इसमें उन्नत उपकरणों और नवाचारों के उपयोग पर जोर दिया गया। साथ ही नशीली दवाओं की तस्करी की निगरानी तंत्र को और मजबूत कैसा किए जाए इस पर अधिकारियों अपने-अपने नवाचार साझा किए। सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों से 120 से अधिक अधिकारी पहुंचे, जबकि 100 से अधिक वर्चुअल शामिल हुए।सीबीआइ के पूर्व निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लड़ाई में नागरिक समाज, निजी क्षेत्र और स्थानीय समुदायों को आगे आना चाहिए। एनएलआइयू भोपाल के कुलपति प्रोफेसर डा.एस. सूर्यप्रकाश ने ड्रग्स के खतरे के बारे में बताया। सीएपीटी के निदेशक अनिल किशोर यादव ने नशा मुक्त समाज बनाने पर जोर दिया।