राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I इजराइल में ईरान के लिए जासूसी करने के आरोप में 7 इजराइली नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इन पर आरोप है कि उन्होंने ईरान के लिए 2 साल तक जासूसी की और उनके लिए सैकड़ों काम किए।
इजराइल पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह सबसे गंभीर मामलों में से एक है। इसके लिए उन्हें मौत की सजा हो सकती है। ये सभी आरोपी हाइफा या फिर उत्तरी इजराइल के रहने वाले हैं। इसमें से एक सैनिक भी शामिल है, जो कुछ साल पहले सेना छोड़कर भाग गया था। इसके अलावा आरोपियों में 16-17 साल के 2 नाबालिग भी हैं। इनकी पहचान जाहिर नहीं की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने दो साल में करीब 600 मिशन पूरे किए। उनका कहना है कि आरोपी पैसे के लालच में ईरान के लिए खुफिया जानकारी इकट्ठा कर रहे थे। इन्होंने इजराइल के सैन्य ठिकानों से लेकर परमाणु हथियार, गोला-बारूद की जानकारी ईरान को दी है। इनकी दी गई जानकारी पर ईरान ने इजराइल में कई जगहों पर हमले भी किए।
आयरन डोम और परमाणु प्लांट की जानकारी जुटाई संदिग्धों पर तेल अवीव में रक्षा मुख्यालय और नेवातिम और रमत डेविड एयरपोर्ट समेत IFD ठिकानों की तस्वीरें लेने और जानकारी इकट्ठा करने का आरोप है। इन जगहों पर हिजबुल्लाह और ईरान हमले कर चुका है। नेवातिम बेस पर ईरान ने 1 अक्टूबर को दो मिसाइल दागी थीं। वही, रमत डेविड पर हिजबुल्लाह हमला कर चुका है।
इजराइली चैनल 12 की रिपोर्ट के मुताबिक एक बार संदिग्धों ने गैलिली में गुब्बारे से मिलिट्री बेस के ठिकानों की तस्वीरें खीचीं थीं। इस जगह पर लगभग एक महीने बाद अक्टूबर की शुरुआत में हिजबुल्लाह का मिसाइल हमला हुआ था।