राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि।
कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित महाराष्ट्र का पहला मरीज पूरी तरह से ठीक होकर अपने घर पहुंच गया। पेशे से मरीन इंजीनियर इस 33 वर्षीय शख्स
को कल्याण-डोंबिवली नगरपालिका क्षेत्र में स्थित इसके घर पर क्वारंटाइन रखा गया है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में मुंबई के लिए उड़ान भरने से पहले दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से
दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचा था। कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद इसकी जीनोम सिक्वेंसिंग करवाई गई थी।
महाराष्ट्र में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के 10 मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं।
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 19 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। सबसे ज्यादा केस इंदौर में 7
मिले हैं। इसके बाद भोपाल में 5 पॉजिटिव आए हैं। इसके अलावा जबलपुर में 3, उज्जैन में 2, होशंगाबाद और सिंगरौली में 1-1 पॉजिटिव मिला है। प्रदेश में 124 दिन बाद 150 से ज्यादा एक्टिव केस आए हैं।
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,419 मामले, 159 लोगों की मौत
हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ो के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,419 मामले दर्ज किए गए हैं और 159 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 8,251 लोग ठीक हुए हैं। फिलहाल देश में एक्टिव केस की संख्या
94,742 है और रिकवरी रेट 98.36% है। देश में अब तक 130.39 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी है। कोरोना की वजह से देश में कुल 4,74,111 लोगों की मौत हो चुकी है।
गोवा में भी ओमिक्रॉन के पहुंचने की आशंका, रूस से लौटे यात्रियों में संक्रमण के लक्षण
गोवा में ओमिक्रॉन वैरिएंट के संदिग्ध मामले सामने आए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि संदिग्ध संक्रमित रूस से दिल्ली होकर गोवा लोटे हैं। उन्होंने कहा कि अभी सीधे तौर पर इसे
ओमिक्रॉन का मामला नहीं कह सकते हैं। उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। सभी को आइसोलेशन में रखा गया है।
सभी ओमिक्रॉन संक्रमितों को अलग- अलग आइसेलेशन फैसिलिटी में रखने के निर्देश
कई राज्यों में ओमिक्रॉन के मामलों को देखते हुए केंद्र ने राज्य सरकारों से ओमिक्रॉन संक्रमित सभी पेशेंट्स को अलग-अलग आइसोलेशन फैसिलिटी में रखने का निर्देश दिया है। हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने राज्यों और
UTs को लिखे लेटर में यह सुनिश्चित करने को कहा कि ओमिक्रॉन संक्रमितों में कोई क्रॉस-इंफेक्शन न हो। वहीं, दूसरे पेशेंट्स और स्वास्थ्य कर्मियों में ओमिक्रॉन फैलने से रोकने के लिए पर्याप्त सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया