राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि, देवास । जिला मुख्यालय पर मंगलवार को जनसुनवाई हुई। जनसुनवाई में मनोहर चावड़ा निवासी इस्माईलखेड़ी ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के संबंध में आवेदन दिया। गंगाबाई सोलंकी निवासी पीपरी ने संबंल योजना अंतर्गत सहायता राशि दिलाने के संबंध में आवेदन दिया। आशाबाई निवासी सतवास ने आर्थिक सहायता राशि दिलाने केसंबंध में आवेदन दिया। विस्थापन से पीड़ित ग्राम कूपगांव के आदिवासियों ने कलेक्टर को आवेदन दिया। इसमें बताया कि आदिवासी भारत भूमि का इंडिजिनियस एबोरिजन आदिवासी गणसमूह है, जो अरावली विंध्याचल सतपुड़ा सह्याद्री पर्वतमाला और चंबल बनास लूनी साबरमती माही नर्मदा ताप्ती गोदावरी नदियों की उत्पत्ति काल से भारत की मूल मिट्टी में जन्मा मूल वंश है। कुदरती नियमों से संचालित होता है। आदिवासी समुदाय की अपनी रूढ़ि व परंपरा है जिसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 13 (3) क में संविधान निर्माताओं द्वारा रखा गया है। आदिवासी क्षेत्र ग्राम कूपगांव तहसील बागली में आदिवासी समाज के लोगों को उजाड़ने हेतु माइक्रो सिंचाई परियोजना प्रस्तावित है जिसमें हमारे गांव के पास स्थित कूप तालाब का विस्तार कर गहरीकरण किया जा रहा है। इससे बरसों से गांव में निवासरत ग्रामवासी विस्थापित हो जाएंगे।
हमारी समस्या पर विचार कर उक्त योजना को तत्काल रद्द किया जाए। ग्राम कूपगांव के जयस कार्यकर्ता देवेंद्र बघेल ने बताया कि यदि हमारी समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो हम संवैधानिक दायरे में रहकर प्रशासन को अवगत करने के बाद पूरे गांव के लोग 8 दिन का राशन पानी साथ लेकर विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन करने के लिए गांव से पैदल भोपाल निकलेंगे। बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के साथ कलेक्टर को आवेदन दिया। किसानों ने बताया कि ग्राम पंचायत बधावा के मजरे पाटन में किसानों के लिए खेत की बिजली हेतु 100 हार्स पावर की डीपी लगाई जा रही है। पाटन के किसानों से सर्वे के नाम पर लाइनमेन, असिस्टेंट ने कागज पर हस्ताक्षर करवाकर 500 रुपये एवं 1 देशी मुर्गा कनेक्शन वालों से रिश्वत के रूप में लिया। दूसरे व्यक्ति से मोटी रकम लेकर गलत दिशा में डीपी लगाने का सर्वे किया पीड़ित किसानों ने शिकायत कन्नौद एवं देवास में अधिकारियों से शिकायत की। हमसे कहा कि जो सर्वे हुआ है, वहीं पर डीपी लगेगी। किसानों ने कलेक्टर से मांग की है कि निष्पक्ष रूप से सर्वे कराया जाए। इस दौरान बसपा से दरयाव सिंह मालवीय, मदनलाल मालवीय, मुकेश रावत, संतोष बाघेला, मजीद खां टेलर, पीडि़त किसान कैलाश, भावसिंह, लालसिंह, शोभाराम, रेवाराम, दिनेश, गिरधारी, दशरथ, रमेश, दलसिंह, साबदिया आदि किसान उपस्थित थे। ग्राम अजीज खेड़ी के ग्रामीणों ने शिकायत कर बताया कि सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत के माध्यम से निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। स्तरहीन व गुणवत्ता रहित सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। निर्माण कार्य मे लगने वाला मटेरियल भी सरपंच द्वारा पूरा नहीं लगाया जा रहा है। सीसी रोड एवं बाउंड्रीवाल में जो मटेरियल लागया जा रहा है उसमें भी नियमों का पालन नहीं किया जा रहा। शासकीय विद्यालय मे छोटे बच्चे पढ़ते हैं। यदि घटिया निर्माण के कारण बाउंड्रीवाल गिर जाती है तो जनहानि हो सकती है। निर्माण कार्य भी मशीनों से करवाए जा रहे हैं।
महिला ने बताया कि वह और उसका पति 4 दिसंबर को घर पर थे। मोहल्ले के कुछ लोग उनके साथ गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देकर कालोनी छोड़ने का दबाव बनाने लगे और जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। परिवार में पति और 3 बच्चे हैं। पति काम पर चले जाते हैं। बच्चों के साथ मैं दिनभर अकेली ही रहती हूं। वे लोग अब भी गालीगलौज करते हैं। धमकी देकर कहते हैं कि कालोनी छोड़कर चले जाओ वरना जान से मार देंगे। पुलिस से मदद मांगी तो कहा कि थाने आकर रिपोर्ट लिखवा दो। थाने गए तो वहां आवेदन ले लिया। एसपी के निर्देश पर भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।