राष्ट्र आजकल / राहुल चौरसिया / मंडला / पुलिस चौकी हिरदेनगर अंतर्गत बंजर नदी से शासकीय सम्पदा की चोरी को रोकने वाला को नहीं है। दिन रात खुलेआम ट्रैक्टर, डम्फर, 709 व अन्य वाहनों में रेत भरकर चोरी कर रहे है। रेत माफियाओं को हिरदेनगर पुलिस का खुलेआम संरक्षण मिल रहा है। जिसके चलते दिन रात रेत की चोरी हो रही है। शासकीय नुमाइंदे को शासन से वेतन लेने के अलावा रेत माफियाओं से ज्यादा फायदा मिल रहा है। मध्य प्रदेश सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं की खनिज, राजस्व, पुलिस और वन विभाग को निर्देशित किया गया है की खनिज सम्पदा की चोरी पकड़ना है, लेकिन मंडला जिला में रेत चोरी का काम कैसे हो रहा है। जिले की जनता को सब कुछ मालूम है की रेत माफियाओं से किसको कितना हिस्सा जा रहा हैं। बता दें की मंडला मुख्यालय से लगभग 07 किलोमीटर की दूरी स्थिति हिरदेनगर से लगी बंजर नदी से किसके संरक्षण में रेत चोरी हो रही हैं।जबकी हिरदेनगर में ही पुलिस चौकी होने के बाद, सबसे ज्यादा रेत चोरी हो रही है। अखिर हिरदेगर पुलिस गहरी नींद में क्यों सोए हुए हैं। जिला मुख्यालय में जन चर्चा का विषय बना हुआ है की, ग्राम हिरदेनगर में पुलिस चौकी होने के बावजूद रेत चोरी कैसे हो रही हैं। पुलिस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
राजस्व को हो रही करोड़ों की क्षति
शासकीय नुमाइंदे के कारण ही राजस्व को मात्र हिरदेनगर से ही प्रति दिन करोड़ों की क्षति पहुंचाई जा रही है। बता दें की खनिज, राजस्व, पुलिस, और वन विभाग रेत का अवैध उत्खनन करने वालों को पकड़ने में लाचार साबित हो रहे है। रेत चोरी के धंधे में इनकी संलिप्तता दर्शाती है की ऐसे लोग अपना इमान धर्म बेचकर रेत की चोरी की कमाई का खा रहे हैं।
हिरदेनगर में कभी बंद नहीं हो सकता रेत चोरी कि काम
लोगों का कहना है की रेत चोरी का काम हिरदेनगर में कभी नहीं बंद हो सकता, लोगों का यह भी कहना है की अगर प्रशासन सख्त रवैया रेत चोरों के विरुद्ध अख्तियार करे तो शासकीय सम्पदाओं की चोरी कभी नही हो सकती। कहीं ना कहीं सभी के ऊपर राजनीतिक दबाव रहता होगा, जिसके चलते शासकीय सम्पदा की चोरी को रोक पाने में प्रशासन नाकाम साबित हो रहा हैं। पत्रकारों को दी जाती हैं धमकियां ।