राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। भोपाल पुलिस हिरासत में 40 वर्षीय मुकेश लोधी की मौत मामले में न्यायिक जांच दल गुरुवार को मृतक के गांव अमरावद कलां पहुंचा। जांच दल ने घटनास्थल पर जाकर ग्रामीणों से विवाद के बारे में जानकारी ली। मृतक के स्वजनों को न्यायालय बुलाकर उनके बयान दर्ज किए गए। स्वजनों ने बीते सोमवार को दोपहर से लेकर शाम सात बजे के बीच हुए पूरे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताया। मृतक के बेटे अनमोल लोधी ने मोबाइल पर आए काल की रिकार्डिंग भी जांच दल के सामने प्रस्तुत की। स्वजनों ने एंबुलेंस ड्राइवर से हुई वार्तालाप का ब्यौरा प्रस्तुत करते हुए बताया कि वाहन चालक को पुलिस वालों ने सड़क दुर्घटना की जानकारी देकर घटनास्थल पर बुलाया था। घटनास्थल से दूर ले जाकर मुकेश लोधी को गंभीर अवस्था में एंबुलेंस सेवा के सुपुर्द किया गया था। स्वजनों ने शंका जताई है कि कोलार अमरावत कलां से घटनास्थल के बीच मुकेश लोधी के साथ मारपीट की गई, जिससे उसे गंभीर चोट आई, जो जानलेवा साबित हुई। अब इस मामले में पुलिस वालों के बयान दर्ज किए जाने हैं। सोमवार दोपहर अमरावतकलां सामुदायिक केंद्र में आशा कार्यकर्ता आशा साहू महिलाओं को मच्छरदानी वितरण करने पहुंची थीं। मृतक मुकेश लोधी की पत्नी पूजा लोधी मच्छरदानी लेने सामुदायिक केंद्र आई थीं। मृतक मुकेश लोधी के बेटे अनमोल लोधी का आरोप है कि सामुदायिक केंद्र पर आशा कार्यकर्ता हर महिला से 200 रुपए मांग रही थी, इस पर उसके पिता ने इसका विरोध किया था। इसके बाद आशा का पति भगवान दास साहू मौके पर आ गया और उसने मुकेश लोधी से मारपीट शुरू कर दी। बाद में पुलिस बुलाकर गिरफ्तार करवा दिया। पुलिस का कहना है कि थाने ले जाते वक्त मुकेश लोधी चलती गाड़ी से कूद गया, जिसकी वजह से उसे गंभीर चोट आई थी। अस्पताल में इलाज के दौरान मुकेश की मौत हो गई थी।