राष्ट्र आजकल / नौशीन खान / तमाम अध्ययनों से स्पष्ट होता है कि शरीर को स्वस्थ रखने और प्रतिरक्षा प्रणाली के बढ़ावा देने में योग और मेडिटेशन अत्यंत लाभदायक होते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक प्राणायाम ऐसा ही एक अभ्यास है जो शरीर को अदुरूनी शक्ति प्रदान करने के साथ तमाम तरह की गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रखता है। विशेषज्ञों के मुताबिक प्राणायाम श्वास नियमन का अभ्यास है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए प्राणायाम काफी लाभदायक हो सकता है। प्राणायाम, संस्कृत के दो शब्दों प्राण और याम से मिलकर बना हुआ है जिसका अर्थ है जीवन ऊर्जा पर नियंत्रण।
कोरोना के इस दौर में जहां हर तरफ प्रतिरक्षा प्रणाली के बढ़ावा देने वाले उपाय करने के लिए लोगों के प्ररित किया जा रहा है, ऐसे में प्राणायाम का नियमित अभ्यास बेहतर विकल्प हो सकता है। तमाम अध्ययनों से पता चलता है कि सांस का यह अभ्यास कई गंभीर बीमारियों को जड़ से खत्म करने में काफी लाभदायक हो सकते हैं। आइए आगे की स्लाइडों में प्राणायाम अभ्यास करने से होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं।
उच्च रक्तचाप को तमाम प्रकार की बीमारियों का कारक माना जाता है, अध्ययनों से पता चलता है कि प्राणायाम का अभ्यास रक्तचाप को कम करने में सहायक होता है। इससे हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों का जोखिम भी कम हो जाता है। साल 2014 में उच्च रक्तचाप वाले प्रतिभागियों को शामिल किया गया। इनमें कुछ लोगों को उच्चरक्तचाप रोधी दवाएं दी गईं जबकि कुछ को प्राणायाम करने को कहा गया। जिन प्रतिभागियों ने प्राणायाम का अभ्यास किया उनमें रक्तचाप का स्तर 6 सप्ताह में कम पाया गया।
अध्ययनों से पता चलता है कि प्राणायाम का अभ्यास फेफड़ों को मजबूत बनाते हैं। साल 2019 मे 6 सप्ताह तक प्रतिदिन 1 घंटे प्राणायाम का अभ्यास फेफड़ों के कार्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। शोधकर्ताओ का कहना है कि प्राणायाम का अभ्यास फेफड़ों से संबंधित तमाम गंभीर बीमारियों जैसे अस्थमा, एलर्जिक ब्रोंकाइटिस, निमोनिया और टीबी के खतरे को कम कर सकता है।