राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि ! ब्रिटेन की नई रानी यानी किंग चार्ल्स-III की पत्नी कैमिला ताजपोशी के दौरान क्वीन एलिजाबेथ का कोहिनूर जड़ा ताज नहीं पहनेंगी। लंदन में बकिंघम पैलेस ने मंगलवार को इसका ऐलान किया। BBC के मुताबिक, भारत के साथ रिश्ते न बिगड़ें, इस बात को ध्यान में रखते हुए रॉयल फैमिली ने यह फैसला लिया है।
इस फैसले के बाद कैमिला के लिए क्वीन मैरी का 100 साल पुराना क्राउन तैयार कराया जा रहा है। कैमिला को आधिकारिक तौर पर क्वीन का दर्जा देने के लिए 6 मई को क्वीन कंसोर्ट होगा। इसी दौरान वे नया ताज पहनेंगी। खबरों के मुताबिक रॉयल फैमिली ने क्वीन मैरी का क्राउन कैमिला के सिर के हिसाब से रीसाइज कराने के लिए भी भेज दिया है।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने घोषणा की थी कि कैमिला को क्वीन कंसोर्ट के नाम से जाना जाएगा। 75 साल की हो चुकी कैमिला डचेस ऑफ कॉर्नवाल हैं। वो किंग चार्ल्स की दूसरी पत्नी हैं। प्रिंसेज डायना की मौत के बाद चार्ल्स ने कैमिला से शादी कर ली थी। ताजपोशी के बाद कैमिला के पास किसी तरह की कोई संवैधानिक शक्ति नहीं होगी। हालांकि उनका पद ब्रिटेन की महारानी का ही रहेगा।
कैमिला के लिए क्वीन मैरी के ताज में नए हीरे लगेंगे
ब्रिटेन के इतिहास में पहली बार शाही मुकुट यानी द इंपीरियल स्टेट क्राउन की जगह एक पुराने ताज को कुछ बदलावों के साथ फिर से इस्तेमाल किया जाएगा। इस ताज में क्वीन एलिजाबेथ को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके कलिनन III, IV और V डायमंड को जोड़ा जाएगा। ये ताज 100 साल से ज्यादा पुराना है और 1911 में पहली बार क्वीन मैरी ने इसे पहना था।
क्वीन एलिजाबेथ के निधन के बाद उनके बड़े बेटे चार्ल्स को किंग घोषित किया गया था। उनकी पत्नी कैमिला को रानी बनाया गया है। अब 6 मई को होने वाले समारोह में कैमिला को आधिकारिक तौर पर क्वीन का दर्जा दिया जाएगा। कैमिला इसी फंक्शन में एलिजाबेथ के कोहिनूर वाले क्राउन की जगह क्वीन मैरी का ताज पहनेंगीं।
महारानी के ताज में दुनिया के कई बेशकीमती हीरे-जवाहरात जड़े हुए हैं, जिनमें कोहिनूर और अफ्रीका का हीरा ग्रेट स्टार ऑफ अफ्रीका शामिल हैं। इसकी कीमत करीब 40 करोड़ डॉलर आंकी गई है। भारत ने ब्रिटेन के सामने कई बार कोहिनूर हीरे पर अपना कानूनी हक होने का दावा किया है। भारत की तरह अफ्रीका ने भी कई बार ब्रिटेन के शाही ताज में जड़े अपने बेशकीमती हीरे लौटाने की मांग की है।