राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। गुजरात में राजकोट के मारवाड़ी विश्वविद्यालय में रैंगिंग के नाम पर एक जूनियर छात्र के साथ बर्बरता का मामला सामने आया है। सीनियर्स ने एक जूनियर स्टूडेंट का नहाते हुए वीडियो बना लिया। इसके बाद वे उसे वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने लगे। रैगिंग के नाम पर सीनियर्स ने छात्र के प्राइवेट पार्ट में सैनिटाइजर, शहद यहां तक की टूथब्रश और पेंसिल तक डाल दी।
स्टूडेंट ने बताया कि विरोध करने पर सीनियर्स ने उसका प्राइवेट पार्ट काटने की धमकी दी थी। पुलिस ने पांच छात्रों देव परेशभाई रेटिंगा, कुंचित सिंधव, वासु भगवानी भाई चनियारा, हरदीप रंजीतभाई खाचर और एक नाबालिग आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अभी तक पुलिस ने दो छात्रों को हिरासत में लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला 20 अक्टूबर का है। दरअसल, एक दिन छात्र ने अपनी बड़ी बहन से फोन पर बात करते हुए कहा कि उसे हॉस्टल में नहीं रहना और जोर-जोर से रोने लगा। इस पर बहन को कुछ शक हुआ और पिता के साथ वह अपने भाई से मिलने हॉस्टल पहुंची। पिता और बहन को हॉस्टल में देख स्टूडेंट उनसे लिपटकर रोने लगा और आपबीती सुनाई।
स्टूडेंट ने पुलिस को बताया कि सीनियर्स ने उसे तीन ऑप्शन दिए थे। अपना प्राइवेट पार्ट काट दे, अपने कान काट दे या हॉस्टल की छत से छलांग लगा दे। यह सुनकर छात्र डर गया और कहने लगा कि मुझे छोड़ दो। इस पर सीनियर्स ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और उसका यौन शोषण भी किया। सीनियर्स उसे तीन घंटे तक परेशान करते रहे। जब उसकी हालत खराब हो गई तो उसे वहां से भगा दिया।
गुजरात राज्य NSUI के अध्यक्ष नरेंद्र सोलंकी ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर राजकोट के इस निजी विश्वविद्यालय की मान्यता तत्काल रद्द करने की मांग की। उन्हें पत्र में कहा गया था कि राजकोट में मोरबी रोड पर स्थित मारवाड़ी विश्वविद्यालय विद्या का ठिकाना नहीं बल्कि विवादों का केंद्र बन गया है। इस तरह के विवादों से छात्रों और अभिभावकों की चिंता काफी बढ़ गई है।