राष्ट्र आजकल / भोपाल / प्रतिनिधि। राजधानी की राशन की दुकानों में हो रही गड़बड़ी की शिकायतों के बाद खाद्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की। मुख्यालय समेत डिस्ट्रिक के 15 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया। इनमें 7 ऐसे अफसर हैं, जिनकी निगरानी में ये दुकानें थीं, जबकि जांच में अनियमितता और ढिलाई बरतने वाले 8 अधिकारियों पर गाज गिरी। 4 अफसरों के खिलाफ चार्जशीट के निर्देश दिए हैं। सस्पेंड हुए तत्कालीन जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह नरवरिया, सहायक आपूर्ति अधिकारी संतोष उइके व दिनेश अहिरवार, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी विनय सिंह, प्रताप सिंह, सत्यपाल सिंह जादौन व एलएस गिल शामिल हैं। इसी तरह जांच में गड़बड़ी करके सस्पेंड होने वालों में सहायक आपूर्ति अधिकारी भोपाल अनिल तंतुवाय व राजेश खरे, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी भोपाल सौरभ जैन, राजगढ़ के सुरेश गुर्जर, नर्मदापुरम के आशीष तोमर, भोपाल के अंकित हंस व विदिशा के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी शरद पंचोली शामिल हैं। भोपाल डायरेक्टरेट में पदस्थ सहायक संचालक अनिल तिवारी भी निलंबित किए गए हैं।
11 टीमें बनाई गईं। इनके जिम्मे 70 दुकानों का निरीक्षण करना था। जांच दल में संचालनालय और अन्य जिलों के अधिकारियों को रखा गया। स्थानीय अधिकारी जांच टीम में नहीं थे जांच में 70 में से 39 दुकानों में बड़ी और गंभीर अनियमितताएं पाई गईं।जांच दल में शामिल अफसरों ने दुकान संचालकों को बचाने के लिए जानबूझकर लापरवाही बरती। यह लापरवाही मिली गेहूं-चावल का स्टॉक कम मिला तो शकर भी कम पाई गई। नमक, केराेसिन और मूंग का स्टॉक भी कम था। उपभोक्ताओं को निर्धारित राशन का वितरण नहीं किया गया।निर्धारित मूल्य से अधिक रुपए लिए जा रहे थे और रसीद नहीं दी गई। मशीन से वितरण मात्रा की जानकारी भी नहीं सुनाई जा रही थी। राशन के मोबाइल पर SMS भी नहीं भेजे जा रहे थे। दुकानों पर बीपीएल एवं अंत्योदय राशनकार्ड धारियों की सूची नहीं चस्पा की गई।