राष्ट्र आजकल/संतोष मोहनिया/ सीहोर/विजयादशमी शारदीय नवरात्रि के बाद दशहरा का पर्व मनाया जाता है, जिसे विजयादशमी भी कहते हैं। इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर और श्री राम ने रावण का वध किया था। इस दिन शस्त्र पूजा के साथ ही रावण दहन भी होता है। दशहरा आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है। इस दिन दशहरे पर खरीदारी का मुहूर्त भी रहता है।
5 अक्टूबर 2022 को दशहरा पर्व मनाया जाएगा। डा पंडित गणेश शर्मा स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस दिन रावण का दहन होगा और इस नवीन वाहन खरीदे जाते है और दुकान खोलने का
सबसे अच्छा मूहर्त है
दशहरा पर खरीदी के मुहूर्त:-
दशमी तिथि : दशमी तिथि 12:00 PM तक उपरांत एकादशी।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:26 से 03:13 तक।
अमृत काल मुहूर्त : सुबह 11:33 से दोपहर 01:02 तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 06:12 से 06:36 तक।
दशहरे के शुभ योग :-
- रवि योग : सुबह 06:30 से रात्रि 09:15 तक।
- सुकर्मा : 4 अक्टूबर सुबह 11:23 से दूसरे दिन 5 अक्टूबर सुबह 08:21 तक।
- धृति : 5 अक्टूबर सुबह 08:21 से दूसरे दिन 6 अक्टूबर सुबह 05:18 तक।
महत्व :- दशहरे के दिन माता दुर्गा की पूजा करके उनकी प्रतिमा का विधिवत रूप से विसर्जन करने का महत्व है। इस दिन चंडी पाठ या सप्तशती का पाठ करने और हवन करने का बहुत ज्यादा महत्व है। साथ ही इस दिन अपराजिता देवी और श्रीराम की पूजा का भी महत्व है। इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर वध कर देवताओं को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई थी। इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध कर माता सीता को उसकी कैद से मुक्त कराया था।
वर्ष के साढ़े तीन मुहूर्त शुभ मुहूर्त :- दशहरा पर्व अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को अपराह्न काल में मनाया जाता है। इस काल की अवधि सूर्योदय के बाद दसवें मुहूर्त से लेकर बारहवें मुहूर्त तक की होती। दशहरे का दिन साल के सबसे पवित्र दिनों में से एक माना जाता है। यह साढ़े तीन मुहूर्त में से एक है (साल का सबसे शुभ मुहूर्त- चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, अश्विन शुक्ल दशमी, वैशाख शुक्ल तृतीया, एवं कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा- आधा मुहूर्त)। यह अवधि किसी भी चीज की शुरूआत करने के लिए उत्तम मानी गई है।
डा पंडित गणेश शर्मा स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य सीहोर