सोसायटी के दस्तावेज में उर्दू में रजा नाम से हस्ताक्षर किए गए हैं। लोग मुझे इस नाम से नहीं, बल्कि रजा मुराद के नाम से जानते हैं। मैं हस्ताक्षर भी इसी नाम से करता हूं। इस तरह के बयान फिल्म अभिनेता रजा मुराद ने बुधवार को श्यामलाहिल्स थाने में दर्ज कराए हैं।
भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): उन्होंने ने आगे कहा कि; प्यारे मियां से मैं कभी नहीं मिला हूं, न ही उन्हें जानता हूं। मैंने कभी भी उनके साथ कोई फोटो नहीं खिंचवाई है। प्यारे मियां की सोसायटी में मेरे नाम से जो हस्ताक्षर किए गए हैं, वह पूरी तरह से फर्जी हैं।
मामले की जांच में पाया गया कि प्यारे मियां ने ई ब्लॉक लेक व्यू इंकलेव अपार्टमेंट वेलफेयर के नाम से फर्जी सोसायटी में रजा मुराद को भी सदस्य बताया था। इस वजह से पुलिस ने रजा मुराद को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था। श्यामलाहिल्स पुलिस को प्यारे मियां के खिलाफ फर्जी सोसायटी बनाकर अंसल अपार्टमेंट के ई-ब्लाक की छत एयरटेल कंपनी को टावर लगाने के लिए किराए पर देने की शिकायत मिली थी।
इस मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। आरोपित वर्तमान में जेल में है। बयान दर्ज कराने के बाद रजा मुराद ने पत्रकारों से चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि एक कलाकार होने के नाते उनसे रोजाना कई लोग मिलते और फोटो खिंचवाते हैं। थाना प्रभारी तरुण भाटी के मुताबिक रजा मुराद ने बताया है कि उनका अंसल अपार्टमेंट में फ्लैट है। वह यहां की लेक व्यू इंक्लेव वेलफेयर सोसायटी (वास्तविक) के सदस्य हैं।
प्रति वर्ष वह सोसायटी की तय फीस भी जमा करते हैं। अपने फ्लैट में कभी नहीं रहे। वह किराए पर दिया गया है। प्यारे मियां की सोसायटी से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
गौरतलब है कि 16 जुलाई को लेक व्यू इंक्लेव वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष एसएन सिंह ने प्यारे मियां की फर्जी सोसायटी की थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। ऐसे में कभी प्यारे मियां ने उनके साथ फोटो खिंचवाया हो, तो इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस सोसायटी के खाते में मोबाइल टावर का किराया जमा हुआ है, उसकी छानबीन होनी चाहिए।