राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I रूस का MI-8T हेलिकॉप्टर उड़ान के दौरान लापता हो गया है। इसके हादसे का शिकार हो जाने की आशंका है। हेलिकॉप्टर जिस वक्त लापता हुआ, उस वक्त उसमें तीन क्रू के सदस्यों समेत कुल 22 लोग सवार थे।
इंटरफैक्स समाचार एजेंसी के मुताबिक, रूस की एयर ट्रांसपोर्ट एजेंसी ने कहा कि हेलिकॉप्टर ने कामचटका इलाके में वाचकाझेट्स ज्वालामुखी के पास एक साइट से 25 किमी दूर स्थित निकोलेवका के लिए उड़ान भरी थी। IRA ने सूत्रों के हवाले से बताया कि हेलिकॉप्टर झील में गिर गया। ये मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग से पर्यटकों को लेकर जा रहा था।
भारतीय समय के मुताबिक हेलिकॉप्टर को 9 बजकर 30 मिनट पर बेस पर लौटना था लेकिन लौटकर नहीं आया। क्रू मेंबर्स से संपर्क करने की कोशिश की गई मगर इसका कोई फायदा नहीं हुआ। बचावकर्मी लापता हेलिकॉप्टर की तलाश में जुट गए हैं।
हेलिकॉप्टर की खोज के लिए एक अन्य एयरक्राफ्ट को भेजा गया है। जिस इलाके में हेलिकॉप्टर लापता हुआ, वहां बूंदाबांदी और कोहरा देखा गया।
मॉस्को से 6000 किमी दूर हादसा
कामचटका मॉस्को से 6,000 किमी पूर्व और अलास्का से करीब 2,000 किमी पश्चिम में स्थित है। ये इलाका अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है, इसलिए यहां काफी टूरिस्ट पहुंचते हैं। यहां लगभग 160 ज्वालामुखी हैं और उनमें से 29 अभी भी सक्रिय हैं।
MI-8T, Mil mi-8 हेलिकॉप्टर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया गया वर्जन है। इसे पहली बार 60 के दशक में डिजाइन किया गया था। 1967 में पहली बार इसे रूसी सेना के लिए इस्तेमाल में लाया गया। इसकी कीमत 15 मिलियन डॉलर (125 करोड़ रुपए) है।
MI-8T दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले हेलिकॉप्टर में से एक है। रूस इसके 17 हजार से ज्यादा यूनिट्स बना चुका है। भारत, चीन, ईरान समेत 50 से भी ज्यादा देश इसका इस्तेमाल करते हैं। इसका इस्तेमाल सिविल और मिलिट्री दोनों में होता है।