राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। व्लादिमीर पुतिन 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति बनने के बाद गुरुवार को चीन पहुंचे। व्लादिमीर पुतिन 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति बनने के बाद गुरुवार को चीन पहुंचे। उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की।
द्विपक्षीय बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दोनों नेताओं ने अमेरिका की आलोचना की। उन्होंने अमेरिका पर परमाणु बैलेंस को बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया। इसके अलावा दोनों नेताओं ने रूस-चीन के बीच रक्षा साझेदारी बढ़ाने पर सहमति जताई।
जिनपिंग ने कहा कि हम यूक्रेन जंग को राजनीतिक समझौते के तहत सुलझाया जाना चाहिए। रूस और चीन की दोस्ती दुनिया में चल रही वर्चस्व की लड़ाई के बीच स्थिरता लाने का काम करती है। वहीं पुतिन ने यूक्रेन जंग खत्म करवाने में चीन की कोशिश के लिए उनका शुक्रिया अदा किया। उन्होंने चीन को रूस में अपनी कारें मैन्यूफैक्चर करने का न्योता दिया।
पुतिन राष्ट्रपति बनने के 9 दिन के भीतर ये दौरा कर रहे हैं, वो भी ऐसे समय जब रूसी सेना ने यूक्रेन के खार्कीव शहर में घुस रही है। पुतिन 2 दिन चीन में रहेंगे। चीन पहुंचने पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पुतिन को रेड कारपेट वेलकम दिया। इस दौरान सोवियत ऐरा की धुन बजाई गई।
कतर के न्यूज चैनल अलजजीरा के मुताबिक, पुतिन अपनी यात्रा के दौरान चीन से यूक्रेन जंग में समर्थन जारी रखने की मांग करेंगे। वे इससे पहले अक्टूबर 2023 में चीन गए थे। रूस-यूक्रेन जंग के शुरूआती दिनों में ही पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग कह चुके हैं कि उनकी आपसी साझेदारी की कोई सीमा नहीं है। जिनपिंग ने मार्च 2023 में मॉस्को का दौरा किया था, तब उन्होंने कहा था कि ये दोनों देशों के बीच नए युग की शुरुआत है।