राष्ट्र आजकल/ न्यूज़ डेस्क
समझदारी से चुने बिजनेस पार्टनर साझेदार कारोबार को बढ़ा सकता है और डुबो भी सकता है
इसलिए साथी का चुनाव सोच-समझकर कर करेकहते हैं न शुरुआत अगर अच्छी हो तो सब अच्छा होता है। साझेदारी में भी व्यवसाय का यही पहला नियम है। अपने साझेदार का चयन करने में भावुक न हों। क्षमता और अनुकूलता शैक्षणिक योग्यता से परे हैं। उसे चुनें जिसके पास अनुभव हो, जिससे आपके विचार मिलते हों, और जिस पर भरोसा कर सकते हों। रिश्तेदारों या मित्रों में साझेदारी से बचें क्योंकि इससे निजी संबंध बिगड़ सकते हैं। कई मामलों में कुछ कहने से हिचक भी हो सकती है।
चुनाव से पहले ज़रूरी बातों का ध्यान भी रखें, जैसे-
साझेदारी में काम की शुरुआत करने के लिए धन की ज़रूरत होती है। हर ख़र्च का बंटवारा दोनों में बराबर होता है इसलिए साथी का वित्तीय रूप से पुष्ट होना बहुत ज़रूरी है।
अगर आप काम के प्रति ईमानदार और मेहनती हैं तो आपका साथी भी वैसा होना चाहिए। वह आपके साथ बराबर काम कर सकता है, इसकी जानकारी आपको होनी चाहिए।
अगर आप हिसाब या योजना बनाने में अच्छे हैं तो एक-दो अन्य ख़ास गुण साथी में भी होने चाहिए। ऐसे गुण जो व्यवसाय के लिए ज़रूरी हैं, जैसे कि संवाद अच्छा हो या फिर मार्केटिंग का जानकर हो आदि।
अगर आप शख़्स को कम से कम एक साल से जानती हैं तो ही उसे व्यवसाय में साथी बनाएं। किसी भी अनजान व्यक्ति या जिसके बारे में अधिक जानकारी न हो, उसका चुनाव करने से बचें।