राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। शादी केवल पति और पत्नी के बीच का रिश्ता नहीं होता, बल्कि परिवारों का रिश्ता होता है। शादी के बाद लड़की के एक नहीं दो परिवार हो जाते हैं। एक जहां उसने जन्म लिया और दूसरा जहां उसके पति ने जन्म लिया। लड़की को शादी के बाद अपने पति के परिवार में रहना होता है, जहां माता पिता जैसे सास और ससुर होते हैं। लेकिन सास ससुर को माता-पिता बोलने से न तो वह बहु को बेटी और न ही बहु के लिए वह उसके माता पिता बन जाते हैं। ससुरालीजनों से रिश्ता मजबूत करने के लिए एक अच्छी बॉन्डिंग जरूरी होती है। हर लड़की उम्मीद करती है कि जैसे उसके घर में उसे मान सम्मान और प्यार मिलता है, वैसा ही ससुराल में भी मिले। लेकिन इस उम्मीद को पूरा करने के लिए ससुराल में आपका पहला इंप्रेशन अच्छा होना चाहिए। शादी के बाद नई नवेली दुल्हन को देखने के लिए मेहमान आते रहते हैं। ऐसे में अगर आप अच्छे से तैयार रहेंगी तो मेहमान आपकी तारीफ करेंगे। सास-ससुर को अपनी बहु की तारीफ सुनकर गर्व महसूस होगा। मौके के अनुरूप कपड़े पहने। अधिक संजने संवरने की जरूरत नहीं लेकिन हल्का मेकअप और सुंदर कपड़ों से भी आप निरख सकती हैं। सास ससुर को इम्प्रेस करने के लिए उनके दोस्त रिश्तेदारों को इम्प्रेस करना जरूरी होता है। शादी में अक्सर रिश्तेदारों के छोटे बच्चे एकत्र हो जाते हैं। हो सकता है ससुराल में आपके जेठ या ननद के बच्चे हों। घर में बच्चे होंगे तो बदमाशी और शोर होना लाजमी है। लेकिन आपको उनकी शरारतों पर इरिटेट नहीं होना चाहिए। शांत रहे और बच्चों को प्यार से समझाएं। बच्चों को सभी प्यार करते हैं। ऐसे में घर के बच्चों से दोस्ती आपको बड़ों के दिल में भी जगह देगी। इस बात का ध्यान रखें ससुराल वालों के सामने किसी की बुराई न करें। जैसे ससुराल में भाभी हों तो उनसे ससुराल पक्ष के किसी रिश्तेदार या सास व ननद की बुराई, या सास के सामने अपने पति की किसी गलती को उजागर करना। खास कर पति-पत्नी के बीच की बातों को ससुराली जनों के सामने न लाएं। हो सकता है कि वह आपके सामने किसी रिश्तेदार की बुराई करे लेकिन आपको तब भी किसी की आलोचना नहीं करनी चाहिए। इससे उनके मन में आपके लिए गलत सोच विकसित हो सकती है।