राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को रोजाना योग-व्यायाम करने की सलाह देते हैं। योग की आदत बनाकर न सिर्फ शारीरिक निष्क्रियता को कम कर सकते हैं, साथ ही इसे कई तरह की बीमारियों के जोखिम को कम करने वाला भी माना जाता है। अध्ययनों से पता चलता है कि दैनिक योगासनों की आदत बनाकर आप शरीर की बड़ी मांसपेशियों की दिक्कतों को काफी हद तक कम कर सकते हैं, जिससे शरीर में दर्द और अकड़न की समस्या में काफी लाभ मिलता है। कैमल पोज या उष्ट्रासन योग के अभ्यास को विशेषज्ञ काफी कारगर मानते हैं।
कैमल पोज, छाती से लेकर पीठ और जांघों तक की स्ट्रेचिंग के साथ रक्त परिसंरण को ठीक करने, छाती को फैलाने, रीढ़ की समस्याओं को दूर करने और मानसिक शांति का एहसास कराने में आपके लिए मददगार हो सकता है। सभी लोगों को दिनचर्या में इन योगासन को जरूर शामिल करना चाहिए। आइए उष्ट्रासन योग करने के तरीके और इससे होने वाले लाभ के बारे में जानते हैं। कैमल पोज जांघों की चर्बी कम करता है।
कंधों और पीठ की स्ट्रेचिंग करने के साथ उन्हें मजबूती देने वाला योगाभ्यास। शारीरिक मुद्रा में सुधार करता है। छाती को खोलने और श्वसन में सुधार करने में कारगर योगाभ्यास। पीठ के निचले हिस्से के दर्द से राहत दिलाता है। जांघों और बाहों को मजबूत करता है। शरीर के लचीलेपन, खासकर रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ बनाने में कारगर योग।