खास बात ये है कि इसके बदले स्मार्ट सिटी संबंधित कंपनी को किसी तरह का भुगतान नहीं करेगी। कंपनी जो घंटे के हिसाब से किराया तय करेगी… उसी से उसे ई-बाइक रखरखाब से लेकर सभी तरह के खर्चे निकालना होंगे।
भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): आने वाले दिनों में राजधानी की सड़कों पर अनोखी स्मार्ट बाइक देखनी को मिलेंगी। स्मार्ट बाइक, साइकिल की तरह पैडल से तो चलेगी ही, लेकिन जरूरत पड़ने पर उसे ही बिना पैडल के बाइक की तरह एक्सीलेटर से चलाया जा सकेगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ई-बाइक योजना लागू होने जा रही है।
सेहत बनाना हो तो पैडल मारकर साइकिल चलाओ… और साइकिल चलाते-चलाते थक गए या ई-बाइक का लुत्फ उठाना हो तो… पैडल छोड़कर एक्सीलेटर बढ़ा दो, देखते ही देखते यही साइकिल बाइक की तरह सरपट चल पड़ेगी। पहले चरण में भोपाल में ऐसी 500 ई-बाइक चलाने की योजना है। निकट भविष्य में इनकी संख्या 10 हजार तक करने की तैयारी है। ई-बाइक साइकिल में लगी बैटरी से चलेंगी और शहर में लगे तमाम साइकिल ट्रैक में बाइक रीचार्ज करने की सुविधा रहेगी। साइकिल स्टैंड पर तैनात कर्मचारियों की जिम्मेदारी होगी कि वो पार्क होने के बाद ई-बाइक चार्ज करें। ई-बाइक 25-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफतार से शहर में दौड़ सकेगी, लोगों का कहना है कि भोपाल को ग्रीन बनाए रखने के लिए ये सबसे बेहतर प्रयास है।
शुरुआत में स्मार्ट साइकिल लोगों को खूब भाई… सर्दी में लोग खूब साइकिल चलाते हैं, लेकिन उमस, गर्मी और बारिश के सीजन में साइकिल को ज्यादा रिस्पांस नहीं मिल रहा है। अब यही साइकिल बाइक में कन्वर्ट हो रही है, जिसे अच्छा रिस्पोंस मिलने की उम्मीद है। इससे पहले स्मार्ट सिटी कंपनी ने साइकिल ट्रैक बनाकर भोपाल को स्मार्ट सिटी साइकिल की सौगात दी थी।