भोपाल समाचार राष्ट्र आजकल, कोरोना वायरस ने लोगों की अच्छी खासी चल रही जिंदगी और कामों पर ब्रेक लगा दिया है। कोरोना काल से देश को ऐसी स्थिति पर ला कर खड़ा कर दिया जिसके बारे में शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। परिंदों को पिंजरे में रखने वाले लोगों खुद अपने घर में कैद हो गए थे। वहीं इस दौर में बॉलीवुड के विलेन पर असल जिंदगी में लोगों के लिए हीरो साबित हुए थे। लोगों के हीरो बने इस हीरो सोनू सूद को कौन नहीं जानता है। सोनू सूद अपनी दरियादिली और लोगों की मदद करने के लिए कोरोनावायरस के दौर में असली हीरो बन कर उबरे है।
सोनू सूद का मजदूरों को कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन में उनके घर पहुंचाने में बहुत बड़ा हाथ रहा है। साथ ही कई गरीब परिवार की आर्थिक समस्याओं को भी सोनू सूद ने हल किया है। सोनू सूद और उनकी टीम सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती है और कोई भी उनसे मदद मांगता है तो वे उनकी मदद करने से पीछे नहीं हटते हैं।
क्या आप जानते हैं लोगों के लिए मसीहा बने सोनू सूद ने कितनी बड़ा बलिदान देकर प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया है। साथ ही लोगों की मदद की है। हाल ही में एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि कोरोनावायरस के चलते लगे लॉकडाउन में अपने घर जाने के लिए भटक रहे प्रवासी मजदूरों को उनके परिवारजनों के पास पहुंचाने के लिए, साथ ही उनकी रास्ते के लिए खाने-पीने की व्यवस्था और लोगों को रहने के लिए घर बनवाने के लिए, साथ ही लोगों का इलाज करने के लिए यानी कि इन सभी सामाजिक कार्यों को करने के लिए सोनू सूद ने अपनी कई कीमती चीजों चीजों को गिरवी रख दिया था।
सोनू सूद ने जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए अपनी लगभग 8 प्रॉपर्टी को गिरवी पर रखा है। इससे उन्होंने 10 करोड़ का कर्ज लिया और लोगों की मदद की। मीडिया रिपोर्ट के हिसाब से सोनू सूद ने अपने 6 फ्लैट्स और 2 दुकानें गिरवी रखी है। इन प्रॉपर्टी पर मालिकाना हक सोनू सूद और उनकी पत्नी सोनाली का है। सोनू सूद की यह दोनों दुकानें ग्राउंड फ्लोर पर है। वहीं उनके फ्लैट्स शिवसागर कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी में है। डॉक्यूमेंट के हिसाब से सोनू सूद ने 5 लाख रुपए का पंजीकरण शुल्क का भुगतान करके 10 करोड़ का लोन लिया था, हालांकि सोनू सूद ने अभी तक इस विषय को लेकर अपना कोई भी ऑफिशल स्टेटमेंट नहीं दिया है।