राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I अरबपति इलोन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट रविवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंच गया है। इस स्पेसक्राफ्ट में रूसी एस्ट्रोनॉट अलेक्जेंडर गोरबुनोव और NASA के एस्ट्रोनॉट निक हेग सवार थे। स्पेसक्राफ्ट को लेकर रॉकेट फाल्कन 9 से शनिवार दोपहर फ्लोरिडा को केप कैनावेरल लॉन्च पैड उड़ान भरी थी।
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर 5 जून से फंसी भारतीय मूल की एस्ट्रोनोट्स सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा। चार सीट वाले इस रॉकेट में दो सीटें खाली छोड़ी गई हैं।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर इसी साल 5 जून को बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल से ISS भेजे गए थे।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर इसी साल 5 जून को बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल से ISS भेजे गए थे। दोनों को वहां 29 सितंबर तक 116 दिन हो चुके हैं।
NASA चीफ ने 24 अगस्त बताया था कि सुनीता विलियम्स और बुच 6 महीने बाद फरवरी 2025 तक धरती पर लौटेंगे। NASA ने माना था कि एस्ट्रोनॉट्स को बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल में लाना खतरनाक हो सकता है।
नासा ने बताया था कि सुनीता और बुच विल्मोर फरवरी में इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से लौटेंगे।