राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। सामाजिक-पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण चिंतित-तनाव महसूस करना स्वाभाविक है, पर क्या आप अक्सर ही ऐसा अनुभव करते रहते हैं? हर छोटी-छोटी बात को लेकर तनाव में आ जाने, अक्सर एंग्जाइटी महसूस करते रहने की आदत आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकती है। तनाव-चिंता की इस समस्या को अगर समय रहते कंट्रोल न किया जाए तो इसके कारण डिप्रेशन का जोखिम भी बढ़ जाता है। डिप्रेशन, मानसिक स्वास्थ्य की गंभीर समस्याओं में से एक है। ऐसे में अगर आप भी अक्सर एंग्जाइटी महसूस करते रहते हैं तो तुरंत सावधान हो जाएं।
कई चीजों के कारण हो सकती है, ऐसे में जरूरी है कि उस समस्या को पहचानें और उसे ठीक करने का प्रयास करें। कुछ लोगों में आनुवंशिक रूप से भी चिंता बढ़ने का खतरा हो सकता है, ऐसे लोगों को अपने जोखिम कारकों को लेकर विशेष सावधानी बरतते रहने की सलाह दी जाती है। एंग्जाइटी को ट्रिगर करने वाले कारणों को पहचाने और उनसे दूर रहने का प्रयास करें, फिर भी लाभ नहीं मिल रहा है तो इस बारे में किसी मनोचिकित्सक की सहायता जरूर ले लें। इन आदतों से तुरंत बना ले दूरी – अच्छी नींद लेना जरूरी, कैफीन का कम कर दें सेवन, सोशल मीडिया से बनाएं दूरी, सेंडेटरी लाइफस्टाइल के नुकसान सेंडेटरी लाइफस्टाइल यानी कि गतिहीन जीवनशैली, शारीरिक और मानसिक कई तरह से आपके लिए दिक्कतें बढ़ाने वाली हो सकती है। शरीर का बिल्कुल निष्क्रिय रहना आपकी समस्याओं को ट्रिगर करने वाला हो सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि शारीरिक व्यायाम करने से चिंता के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। इसलिए यदि आप एंग्जाइटी महसूस करते रहते हैं तो नियमित रूप से किसी न किसी प्रकार के शारीरिक व्यायाम की आदत बनाएं।