राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। तीसरी लहर जानलेवा नहीं होगी, हालांकि आंकड़े इसे झुठला रहे हैं। मध्यप्रदेश में पहली बार 24 घंटे में 8 संक्रमितों की मौत रिपोर्ट हुई है। मृतकों में 5 दिन की बच्ची, युवा और महिलाएं भी शामिल हैं। प्रदेश में लगातार दूसरे दिन 11 हजार से ज्यादा नए केस आए हैं। यानी हर घंटे 470 पॉजिटिव। हॉटस्पॉट इंदौर-भोपाल में 2-2 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन और खरगोन में भी 1-1 मौत हुई है। प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 13% से ज्यादा हो गया है। 24 घंटे में 5497 मरीज ठीक हुए हैं। इंदौर में एक ही दिन में यहां 203 केस बढ़ गए। राजधानी भोपाल में 1910, जबलपुर में 870 और ग्वालियर में 488 नए मामले सामने आए हैं। भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर 24 घंटे के भीतर नए केस में कमी आई है, लेकिन प्रदेश के छोटे जिलों में केस बढ़ गए। ऐसा कोई जिला नहीं है, जहां डबल डिजिट में केस न हो। कोरोना की ऐसी रफ्तार दूसरी लहर के दौरान देखने को मिली थी। अधिकतम 13 हजार के लगभग केस मिले थे। जिस स्पीड से कोरोना केस बढ़ रहे हैं, इससे संभावना है कि एक-दो दिन में ही आंकड़ा 13 हजार पार हो जाएगा। प्रदेश का एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां पर 24 घंटे के अंदर कोरोना के नए केस न मिले हो। सभी 52 जिलों में संक्रमित मिले हैं। 11 हजार 253 नए पॉजिटिव केस मिलाकर प्रदेश में एक्टिव केस 67 हजार 136 हो गए हैं। 5497 मरीज ठीक होकर घरों को लौटे। प्रदेश में 1118 संक्रमित/संदिग्ध मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। जिनमें से 142 को ऑक्सीजन लगी है।