राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । तेज गर्मी झेलते लोगों के लिए राहत भरी खबर है। मौसम विभाग ने कहा है कि 13 मई के बाद राजस्थान को छोड़कर देश में कहीं भी लू चलने के आसार नहीं है। हालांकि, 11 से 13 मई तक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और आधे मध्यप्रदेश में गर्मी बढ़ेगी, लेकिन 14 मई से तापमान में लगातार गिरावट आनी शुरू हो जाएगी।
तापमान में गिरावट की यह स्थिति 24 मई तक रहेगी। हालांकि, उसके बाद कुछ दिन तक तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन केरल में मानसून के दस्तक देते ही पूरे मध्य भारत में प्री-मानसून एक्टिविटी और बारिश शुरू हो जाएगी।
एक और अच्छी खबर यह है कि इस बार अंडमान में मानसून केरल से 12 से 13 दिन पहले पहुंचेगा। यह आमतौर पर 9 से 10 दिन पहले पहुंचता है। केरल में मानसून के पहुंचने की तारीख 1 जून है। इस हिसाब से अंडमान में मानसून 18 मई तक पहुंच जाएगा। इससे भी गर्मी से राहत मिलनी शुरू हो जाएगी।
हालांकि, देश में मानसून की दस्तक केरल से ही मानी जाती है। मौसम विभाग ने अंडमान में जल्दी मानसून पहुंचने की घोषणा नहीं की है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके पूरे आसार हैं। दूसरी ओर, मौसम विभाग के मई के मंथली लॉन्गरेंज फोरकास्ट के मुताबिक, 20 मई के बाद केरल में बारिश में इजाफा होगा। वैज्ञानिक इसे मानसून के आने का संकेत मान रहे हैं।
इस साल गर्मी से राहत की वजह पश्चिमी विक्षोभ है, जो 13 मई की शाम से असर दिखाना शुरू करेगा। 11 मई से 13 मई तक बेशक पांच राज्यों में लू चलने की आशंका है, लेकिन अप्रैल जैसी भीषण गर्मी नहीं पड़ेगी। IMD के मौसम विशेषज्ञ आरके जेनामनी ने बताया कि 13 मई की शाम से पश्चिमी विक्षोभ के असर से समूचे उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान कम होना शुरू होगा।
मई का तीसरा हफ्ता पहले दो हफ्तों की तुलना में कम गर्म रहेगा, क्योंकि 18 मई को एक और पश्चिमी विक्षोभ असर दिखाएगा। तीसरे हफ्ते के दौरान दक्षिणी राज्यों, पूर्वोत्तर और उत्तर के पहाड़ी राज्यों में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। इससे उत्तर-पश्चिम के मैदानी इलाकों में भी तापमान नियंत्रण में रहेगा। हालांकि, चौथे हफ्ते में तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी, जो ज्यादा दिन नहीं चलेगी।