राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | मधुसुदनगढ़-भोपाल मार्ग पर टेम नदी पुल के ऊपर रखे स्लैब के बारिश में बहकर नदी में समा जाने से लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मधुसूदनगढ़ और नजीराबाद के बीच गुंजारी गांव के पास बहने वाली टेम नदी में बना यह पुल लोगों के लिए आवागमन में बाधक बना हुआ है। उक्त पुल बनने के बाद से ही तेज पानी का बहाव नहीं सह सका था और इसके स्लैब पानी के बहाव में नदी में समा गए थे। स्लैब बह जाने के बाद पुल जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया। मधुसूदनगढ़ से भोपाल मार्ग पर आने वाले यात्री और वाहन चालक खतरा उठाकर पुल के ऊपर से आवागमन करते हैं, क्योंकि पुल के ऊपर बड़े-बड़े गड्ढे हाेने से हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है। अभी रपटा नुमा पुल से लोग और छोटे वाहन आवागमन करते हैं। क्षेत्र के लोगों ने शीघ्र पुल के निर्माण की मांग की है। मार्ग पर खतरनाक मोड़ से भी खतरा : मधुसुदनगढ़ से भोपाल जाने वाले इस मार्ग पर जगह-जगह अंधे मोड़ भी हैं। इस वजह से यहां से गुजरने वाले वाहनों को हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां शंकरपुरा का मोड़, खेरखेड़ा का मोड़ एवं बांस खेड़ी के पास का मोड़ वाहन चालकों के खतरा बना हुआ है। क्योंकि इन मोड़ों पर न विभाग ने कोई संकेतक भी नहीं लगवाए हैं। तेज गति से चलने वाले वाहनों को हमेशा अंधे मोड़ों पर खतरा बना रहता है। इन स्थानों पर छुटपुट दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं। पुल की ऊंचाई कम होने से अक्सर बारिश में यह रास्ता बंद हो जाता है। वहीं लोगों द्वारा उक्त पुल का निर्माण ऊंचाई बढ़ाकर किए जाने की वर्षों से मांग लंबित है। पुल के नीचे पानी रहता है। नए पुल का निर्माण करने की मांग : कस्बे के स्थानीय नागरिकों जिला पंचायत सदस्य वीरेंद्र सिंह, नगर परिषद मधुसूदनगढ़ के उपाध्यक्ष कौशलेंद्र अग्रवाल, भाजपा के वरिष्ठ नेता राजपाल सिंह ने प्रशासन से मांग की है कि नदी पर नया पुल निर्माण करवाकर ऊंचाई बढ़ाकर गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाया जाए। वहीं खतरनाक मोड़ों को सीधा करवाया जाए जिससे और जहां जरुरत हो वहां संकेतक बोर्ड लगवाए जाएं।





