राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । भदोही में दुर्गा पूजा पंडाल में रविवार रात करीब 8 बजे आरती के समय भीषण आग लग गई। हादसे में करीब 64 लोग झुलस गए हैं। इनमें 43 की हालत गंभीर है, उन्हें वाराणसी रेफर किया गया है। इलाज के दौरान 12 साल के अंकुश सोनी, 47 साल की महिला जया, 10 वर्षीय नवीन की मौत हो गई है।
घटना औराई इलाके में नरथुआं इलाके की है। दरअसल, रविवार शाम को सप्तमी के दिन पर एकता दुर्गा पूजा पंडाल में शंकर और काली मां की लीला का मंचन चल रहा था। पंडाल के अंदर करीब 150 लोग मौजूद थे। इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे।
अचानक पंडाल के एक हिस्से में आग भड़क गई। इसके बाद भगदड़ जैसी स्थिति हो गई। लोग बचने के लिए इधर-ऊधर भागने लगे। भीड़ ज्यादा होने की वजह से लोग जब तक बाहर निकलते, उससे पहले आग की चपेट में आ गए।
दुर्गा पूजा की अनुमति ली गई थी। मगर, परिसर के आस-पास अग्निशमन विभाग की फायर ब्रिगेड नहीं खड़ी थी। लिहाजा, बचाव के शुरुआती 20 मिनट पंडाल पर पानी की बौछार नहीं डाली जा सकी। इसके बाद दमकल कर्मी पहुंचे। 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
बताया जा रहा है कि अंदर माता जी की गुफा जैसा पंडाल था। एक तरफ माता जी की मूर्ति लगी थी। दूसरी तरफ अन्य उनके स्वरूप थे। प्रत्यक्षदर्शी विनय कहते हैं, “शंकर और काली मां की लीला का मंचन हो रहा था। आरती का समय हो चला था। इसलिए पंडाल में 150 से 200 लोग मौजूद थे। अचानक आग लग जाती है। आग देखकर हम लोग दौड़कर पहुंचे। पर्दा खींचकर फाड़ दिए, ताकि लोग बाहर भाग सके।”
एक और महिला ने बताया, “पंडाल में बहुत तेजी से आग फैली थी। आग की लपटें ऊपर तक जा रही थीं। लोग खुद ही बचाव के लिए आ गए। पानी डालने लगे। किसी तरह लोगों को बचाया गया।”