राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि मुरैना, पोरसा। नगरा घाट पर गिद्धों की गणना में ड्यूटी पर तैनात वन विभाग का वनपाल पिछले चार दिन से लापता है, जिसका कहीं पता नहीं चल रहा है। वनपाल की ड्यूटी गिद्दों की गणना में नगरा घाट पर लगाई गई थी। जिसके बाद 17 फरवरी को वह कहीं निमंत्रण में शामिल हुआ। इसके बाद उसका कहीं अता पता नहीं चला। सोमवार को उसका बेटा नगरा थाने पर पहुंचा। जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की। मंगलवार को पुलिस ने लोकेशन देखी तो नगरा घाट के आस पास मिली। जिस पर चंबल नदी में गिरने के शक पर एसडीआरएफ की टीम के साथ चार से पांच घंटे तक चंबल नदी में सर्चिंग की गई, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका। जानकारी के मुताबिक वन विभाग के वनपाल सलीमुद्दीन खान उम्र 60 साल निवासी सरकारी इमाम बाड़ा भिंड की ड्यूटी गिद्धों की गणना के लिए पोरसा के नगरा घाट पर लगाई गई थी। जहां वह घाट पर ही तैनात था। गत 17 फरवरी को वह एक निमंत्रण में गया था, इसके बाद उसका मोबाइल स्वीच आफ आने लगा। जब सलीमुद्दीन का उसके स्वजन से भी संपर्क नहीं हुआ तो उन्होंने नगरा पहुंचकर उसे खोजने का प्रयास किया, लेकिन कहीं पता नहीं चला। जिस पर सोमवार को उसके बेटे अरबाज खान ने नगरा थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने वनपाल सलीमद्दीन की खोज शुरू की तो लोकेशन नगरा घाट के पास आई, यहीं से मोबाइल बंद हुआ। जिस पर मंगलवार को एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई और बोट के जरिए चंबल नदी में सर्चिंग की गई। कहीं घाट पर गिद्धों की गणना के दौरान कहीं मगरमच्छ ने तो हमला नहीं किया। इसी शंका में दिनभर पुलिस व एसडीएफआरफ की टीम उसे नदी में खोजती रहीं, लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चल सका है।