पिछले दिनों पाक सरकार ने यूएनएससी द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों और संगठनों पर आर्थिक प्रतिबंधों की सूची जारी तो उसमें दाऊद इब्राहिम का पता कराची शहर में दिया गया था.

पिछले एक हफ्ते में पाकिस्तान की ओर से 3 बड़े झूठ भी बोले गए, भारत ने गुरुवार को आतंकवाद के मुद्दों पर पाकिस्तान के सभी झूठ और धोखे को एक बार फिर से उजागर कर दिया और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में उसके ‘नकली’ बयान को दुनिया के सामने रखा.
पाकिस्तान हमेशा से दाऊद इब्राहिम की अपने यहां मौजूदगी से इनकार करता रहा है.
जिस तरह तरह पुलवामा आतंकी हमले में एनआईए की ओर से दाखिल चार्जशीट को “निराधार” कहते हुए खारिज कर दिया. पिछले एक हफ्ते में पाकिस्तान की ओर से 3 बड़े झूठ बोले गए. पहला पाकिस्तान हमेशा से दाऊद इब्राहिम की अपने यहां मौजूदगी से इनकार करता रहा है, लेकिन पिछले दिनों पाक सरकार ने यूएनएससी द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों और संगठनों पर आर्थिक प्रतिबंधों की सूची जारी तो उसमें दाऊद इब्राहिम का पता कराची शहर में दिया गया था.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने कहा कि भारत हमले के लिए कोई भी विश्वसनीय सबूत देने में नाकाम रहा है. इसके बजाय वह इस आतंकी हमले को पाकिस्तान के खिलाफ अपने प्रोपेगैंडा के लिए इस्तेमाल कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने 29 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के दौरान, उस तस्वीर को दुनिया के सामने रखा जिसमें दावा किया गया कि यह तस्वीर भारत में एक कश्मीरी युवक की है जिसे सुरक्षाबलों की ओर से हुई फायरिंग में गोली लगी है. लेकिन कुछ ही देर में पाकिस्तान का झूठ पकड़ा गया. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान किसी वैश्विक संगठन में फर्जी खबरें फैलाते हुए पकड़ा गया है. गाजा पट्टी की एक घायल लड़की की तस्वीर जिसका चेहरा कथित तौर पर रबर के छर्रों के साथ घायल था, को भुलाया नहीं गया है.
यह दावा कई के लिए एक झटका जैसा था क्योंकि यूएनएससी की कार्यवाही को बहुत गंभीरता से लिया जाता है और किसी भी विश्वास का उल्लंघन या झूठे दावे को बेहद गंभीरता से लिया जाता है. पाकिस्तान की ओर से एक सत्र में भाषण दिए जाने का दावा भी झूठा निकला क्योंकि वहां उसे आमंत्रित ही नहीं किया गया था.